यूपी में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक वेस्ट से हो रहा सड़कों का निर्माण : प्लास्टिक वेस्ट से प्रदेश की 466 सड़कें कम लागत में और टिकाऊ बनी

UPT | प्लास्टिक वेस्ट से सड़कों का निर्माण

Jan 28, 2024 18:35

दरअसल, सरकार इसका इस्तेमाल सड़क बनाने में कर रही है। सड़कों के निर्माण के दौरान कोलतार के साथ ही सिंगल यूज्ड प्लास्टिक वेस्ट का भी इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जा रहा है और इससे सड़कें कम लागत में तैयार होने के साथ ही बेहद टिकाऊ तरीके से अवस्थित रहती हैं। 

Lucknow News : सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के साथ इसका निस्तारण भी किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने इसके निस्तारण को लेकर एक तरीका अपनाया। दरअसल, सरकार इसका इस्तेमाल सड़क बनाने में कर रही है। सड़कों के निर्माण के दौरान कोलतार के साथ ही सिंगल यूज्ड प्लास्टिक वेस्ट का भी इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जा रहा है और इससे सड़कें कम लागत में तैयार होने के साथ ही बेहद टिकाऊ तरीके से अवस्थित रहती हैं। 

466 सड़कों व मार्गों को बनाने में किया प्लास्टिक का उपयोग
प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों अनुसार प्रदेश सरकार ने इस सिंगल यूज्ड प्लास्टिक वेस्ट के जरिए अब तक 813 किमी की लंबाई में सड़कों का निर्माण कराया है। इस तरह प्लास्टिक वेस्ट के जरिए प्रदेश में 466 सड़कों व मार्गों का निर्माण कराया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में सड़कों पर 567 ब्लैक स्पॉट निस्तारण के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। प्रदेश में प्रतिदिन 9 किलोमीटर के औसत से चौड़ीकरण के साथ अच्छी तरह बनाई जा रही है जबकि 11 किमी प्रतिदिन के हिसाब से नई सड़कों का निर्माण हो रहा है। 

योगी सरकार की रिपोर्ट में दावा
लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश की योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में कुल मिलाकर 27397 किमी के ग्रामीण मार्गों का निर्माण हुआ है। वहीं, मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के अंतर्गत ग्रामों व कस्बों में 181 मार्गों का निर्माण किया गया है। यही नहीं वर्ष 2023-24 में अब तक 44382 किमी लंबाई की सड़कों गड्ढामुक्त किया गया। 26976 किमी लंबाई के मार्गों की नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी की गई है। इसके अलावा 224 लंबे पुल की कनेक्टिंग रोड से की गई है। साथ ही प्रदेश में अब तक 96 रेलवे ब्रिज का निर्माण किया गया है, जिस पर लोगों का आवागमन शुरू हो गया है। 

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