वाराणसी में ई-रिक्शा चालकों का प्रदर्शन : जिलाधिकारी से मिलकर की फरियाद, रूट प्रस्ताव का किया विरोध

UPT | ई-रिक्शा यूनियन का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन

Sep 02, 2024 16:26

वाराणसी में ई-रिक्शा चालकों ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी से मुलाकात की। अखिल भारती ई-रिक्शा यूनियन के बैनर तले सैकड़ों ई-रिक्शा चालक 9 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी से मिलने के लिए वाराणसी…

Varanasi News : वाराणसी में ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या से अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे यातायात की समस्या भी बढ़ रही है। प्रशासन ने ई-रिक्शा के लिए एक रूट प्रस्तावित किया है। इस पर ई-रिक्शा चालकों ने विरोध दर्ज कराया है। ई-रिक्शा चालकों का संगठन अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी से मिलने वाराणसी जिला मुख्यालय पहुंचा और प्रदर्शन कर विरोध जताया।

ई-रिक्शा चालकों ने डीएम से मिलकर की फरियाद 
अखिल भारती ई-रिक्शा यूनियन के बैनर तले सैकड़ों ई-रिक्शा चालक 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रवीण काशी के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलने वाराणसी जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए प्रवीण काशी ने कहा कि हम लोग फरियाद रैली लेकर जिलाधिकारी के पास आए हैं। यातायात विभाग जबरन ई-रिक्शा के रूट को बांटने की कोशिश कर रहा है। वाराणसी में 25 हजार ई-रिक्शा चालक हैं जिनकी आजीविका ई-रिक्शा के जरिए चलती है।

90 प्रतिशत चालकों ने लोन पर लिया है ई-रिक्शा 
प्रवीण काशी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े गर्व के साथ ई-रिक्शा लॉन्च किया था। कहा गया था कि इससे प्रदूषण नहीं होगा और रोजगार बढ़ेगा। इसके उलट अब जब 90 प्रतिशत लोगों ने लोन पर ई-रिक्शा ले लिया है तो कहा जा रहा है कि ई-रिक्शा यातायात के लिए बड़ी समस्या बन गया है।

वाहनों की खरीद से यातायात का दबाव बढ़ रहा  
प्रवीण काशी ने आगे कहा कि ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण ई-रिक्शा नहीं है। दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में जाम लगता है। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक जाम का कारण यह है कि आबादी बढ़ रही है। लोग वाहन खरीद रहे हैं। ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ रहा है। हमारी मांग है कि ई-रिक्शा चालकों को पार्किंग और ट्रेनिंग दी जाए ताकि वे अपनी लेन में ही चलें। अगर ई-रिक्शा बंद कर दिए गए या गली मोहल्ले में चलने के लिए छोड़ दिए गए तो उनकी आय कम हो जाएगी और वे लोन की किस्त नहीं चुका पाएंगे और अपना जीवन यापन नहीं कर पाएंगे।

मांगें पूरी नहीं हुईं तो करेंगे आंदोलन
प्रवीण ने कहा कि इस मामले में हमें जिलाधिकारी एस राजलिंगम से काफी उम्मीद थी क्योंकि वह एक अच्छे अधिकारी हैं लेकिन जब हम उनसे मिले तो उन्होंने साफ कह दिया कि आप लोग राजनीति न करें। जिससे हम लोगों को बहुत कष्ट हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो हम आगे भी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

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