काशी की देव दीपावली पर डिजिटल दीया : उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की नई पहल, वाराणसी से दूर रहकर भी कर सकेंगे दीपदान

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Oct 09, 2024 19:24

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने एक नया कदम उठाते हुए डिजिटल दीया का कॉन्सेप्ट पेश किया है, जिससे कोई भी व्यक्ति देव दीपावली पर अपने नाम से दीप जला सकेगा। यह सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होगी।

Short Highlights
  • पर्यटन विभाग का डिजिटल दीया कॉन्सेप्ट
  • बड़ी संख्या में आएंगे गाय के गोबर के दीये
  • 'एक दीया काशी के नाम' विशेष कैंपेन
Varanasi News : काशी से दूर होने की वजह से अगर आप विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली में शामिल नहीं हो पाते है, तो उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग आपके लिए एक अनोखी पहल ले कर आई है। देव दीपावली के वक्त देश-विदेश से लाखों लोग मां गंगा की गोद में दीप प्रज्वलित करने आते हैं। लेकिन, ऐसे भी लाखों लोग हैं जो इस अद्भुत दृश्य के साक्षी नहीं बन पाते और उनकी दीप जलाने की मंशा अधूरी रह जाती है। इस बार उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने एक नया कदम उठाते हुए डिजिटल दीया का कॉन्सेप्ट पेश किया है, जिससे कोई भी व्यक्ति देव दीपावली पर अपने नाम से दीप जला सकेगा। यह सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क होगी, जिससे और भी लोग इस पावन अवसर का हिस्सा बन सकेंगे और अपनी इच्छाओं को साकार कर सकेंगे।

काशी का खास त्योहार देव-दीपावली
धार्मिक नगरी काशी में पर्व और त्योहारों का विशेष महत्व होता है, जहां लोग हर पर्व को बेहद उल्लास के साथ मनाते हैं। दीपावली पर्व के 15 दिन बाद, काशीवासी विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली का आयोजन करते हैं। इस अवसर पर सिर्फ उत्तर प्रदेश से ही नहीं, बल्कि विभिन्न राज्यों और देशों से भी पर्यटक यहां आते हैं। इस दिन काशी की होटल और गेस्ट हाउस पूरी तरह से फुल हो जाते हैं, क्योंकि हर कोई इस त्योहार पर काशी का रूख करता है।


'एक दीया काशी के नाम' कैंपेन
पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि देव दीपावली वाराणसी में एक ऐसा त्योहार है, जिसका हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस उत्सव में अन्य प्रदेशों के लोग भी शामिल होते हैं। 'एक दीया काशी के नाम' एक विशेष कैंपेन है, जो पर्यटन विभाग की पहल के तहत शुरू किया गया है। इस कैंपेन के माध्यम से प्रत्येक नागरिक अपने नाम से एक दीया ऐप के जरिए जला सकते है, जिससे वे इस पावन अवसर का हिस्सा बन सकेंगे। 

बड़ी संख्या में आएंगे गाय के गोबर के दीये
उन्होंने बताया कि 'एक दीया काशी के नाम' कैंपेन में कोई भी व्यक्ति दीया दान कर सकता है। ऐप के माध्यम से पर्यटक स्वयं दीया दान कर सकते हैं। देवरिया जिले की चेयरमैन ने यह भी कहा कि वे गाय के गोबर से बने दीयों की बड़ी संख्या में दान देंगी, जो एक एनजीओ द्वारा तैयार किए जाते हैं। उन्होंने आगे अपील की कि अन्य लोग भी यदि दीया दान में देना चाहते हैं, तो इस कैंपेन के अंतर्गत अपना योगदान कर सकते हैं। ये विशेष दीये देव दीपावली पर उपयोग किए जाएंगे, और सबसे अच्छी बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में कोई भी शुल्क नहीं लगेगा।

सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाएंगे ऐप
पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि 'एक दीया काशी के नाम' कैंपेन ऐप के माध्यम से संचालित किया जाएगा, जिससे लोगों में इस पहल के प्रति काफी आकर्षण है। लोग इस कैंपेन के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। इससे पहले, पर्यटन विभाग ने अयोध्या में भी ऐसा ही एक कैंपेन शुरू किया था। उन्होंने बताया कि इस ऐप के जरिए लोग दान के रूप में दीया दे सकेंगे। इस पहल को व्यापक रूप से फैलाने के लिए ऐप को सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रमोट किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस पावन अवसर का हिस्सा बन सकें।

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