ज्योति पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद आज गाजीपुर पहुंचे। सर्वप्रथम स्वामी जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्थापक स्व० राजेश्वर सिंह के घर पहुंचे, जहां उनके बेटे मधुकर सिंह एवं अजीत सिंह ने इनका भव्य स्वागत किया।
Apr 04, 2024 00:10
ज्योति पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद आज गाजीपुर पहुंचे। सर्वप्रथम स्वामी जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्थापक स्व० राजेश्वर सिंह के घर पहुंचे, जहां उनके बेटे मधुकर सिंह एवं अजीत सिंह ने इनका भव्य स्वागत किया।
Ghazipur News : ज्योति पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद बुधवार को गाजीपुर पहुंचे। सबस पहले स्वामी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्थापक स्व. राजेश्वर सिंह के घर पहुंचे, जहां उनके बेटे मधुकर सिंह एवं अजीत सिंह ने इनका भव्य स्वागत किया। उनके घर पर ही पीजी कॉलेज के प्रोफेसर्स, आए हुए न्यायाधीश तथा नगर के प्रबुद्ध वर्ग ने इनके चरण पादुका का पूजन-अर्चन किया। तत्पश्चात स्वामी का लंका पेट्रोल पंप के पास नगर वासियों तथा श्रद्धालुओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
इस मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए शंकराचार्य ने कहा गऊ माता को राष्ट्रमाता बनाने के लिए समर्थन के लिए यात्रा कर रहे हैं। सनातनधर्मी के लिए सबसे महत्वपूर्ण गाय है।उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी का मामला अदालत में लंबित है। हम चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी सुनवाई हो और वहां पूजा-पाठ शुरू हो।
गौ हत्या बंद होगा तभी दैवीय शक्तियां जागृत होगी
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम आ गये पर उसका फल होना चाहिये कि गौ हत्या बंद हो, तभी कृष्ण को भी लाने का चाव लोगों में होगा। गौ हत्या होती रहेगी तो राम और कृष्ण के आने का क्या मतलब है। गौ हत्या बंद हो तो हम समझें कि देवी शक्तियों का जागरण हो रहा है। हिन्दू वो है जो किसी कार्य को करने से पहले सोचे कि क्या गलत है और क्या सही है।
जनपद में जगह-जगह फूलों की वर्षा हुई
स्वामी गोरखपुर से काशी की यात्रा पर थे। गाज़ीपुर लंका पेट्रोल पंप पर मीडिया कर्मियों से तथा श्रद्धालुओं से बात करने के बाद महाराज जी का वाराणसी के रास्ते सिधौना में भी भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद वहां से वाराणसी की सीमा में प्रवेश कर गए। उनके आने से जनपद में खूब चर्चा बनी रही।
ये लोग रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में ब्राह्मण एकता परिषद के जिलाध्यक्ष चंद्रलेश दूबे, प्रभाकर त्रिपाठी, रामभद्र पाठक, प्रदीप कुमार चतुर्वेदी, जय नारायण पांडे, अजीत सिंह, मधुकर सिंह आदि मौजूद रहे।