Ghazipur News : जिलाधिकारी ने बाढ़ को देखते हुए गांवों में लगाई राहत चौपाल, दी जानकारी

UPT | राहत चोपाल में जानकारी देती डीएम

Jul 19, 2024 22:08

जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को राहत चौपाल का आयोजन सदर तहसील के ग्राम महाबलपुर व मकसुदनपाह में किया गया। जिसमें...

Ghazipur News : जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को राहत चौपाल का आयोजन सदर तहसील के ग्राम महाबलपुर व मकसुदनपाह में किया गया। जिसमें दैवीय आपदा एवं बाढ से बचाव के लिए जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया गया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने दैवीय आपदा एवं बाढ से बचाव के लिए 'क्या करें, क्या न करें' की विस्तृत जानकारी दी।

आपदा से बचने की डीएम ने दी जानकारी 
जिलाधिकारी ने वर्तमान मानसून समय मे दैवीय आपदा की घटनायें जैसे बाढ, आकाशीय बिजली, सर्पदंश व डूबना इत्यादि घटनाएं घटित हो रही है। इस सम्बन्ध में ग्राम वासियों को अपने मोबाइल में दामिनी व सचेत ऐप को डाउनलोड करने के लिए बताया। जिससे आकाशीय बिजली गिरने की सम्भावित स्थानो को जाना जा सकता है। साथ ही उक्त आपदाओं से बचने के लिये क्या करें क्या न करें के बारे में बताया। 

बज्रपात से बचने के बताए उपाए
उन्होने बताया कि आकाशीय विघुत, वज्रपात गिरने के दौरान पक्के मकान में शरण लें। यात्रा के दौरान अपने वाहन में ही रहें, खिडकियां, दरवाजे, बरामदे एवं छत से दूर रहें। खेत खलियानों में पैरों के नीचे लकडी, प्लास्टिक का बोरा या सूखे पत्ते रख लें। बज्रपात की स्थिति में आसपास सुरक्षित स्थान न होने पर दोनों कानों को बन्द कर पैरो को आपस में सटा लें व घुटनों की टेक लेकर उकडू बन बैठ जाऐं। इसके साथ ही उन्होने आकाशीय विघुत, वज्रपात गिरने के दौरान क्या न करें के बारे मे बताते हुए कहा कि पेड़ के नीचे न खडें हो, दीवार के सहारे टेक न लगायें, घर में हो तो नल, फ्रिज, मोबाइल आदि को न छुये। धातु से बनी वस्तुओं एवं धातु की डंडी वाले छातों का उपयोग न करें।

सर्पदंश के केस में झाड़ फूंक ना कराएं,अस्पताल पहुंचे
जिलाधिकारी ने सर्पदंश के सम्बन्ध में लोगो को जागरूक करते हुए बताया कि यदि किसी भी प्रकार का सांप काट ले तो घबराएं नही। पीडित के शरीर पर कोई भी कसाव वाली वस्तु जैसे बेल्ट, जूते की लेस आदि न बंधे रहने दें। इससे रक्तचाप बढ़ता है। पीडित व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले कर जायें। सर्पदंश वाले अंग को नहीं मोडे। ओझा या तांत्रिक के पास जाकर झाड फूंक नही करवायें।

हेल्प नंबर किए जारी 
उन्होने जनपद वासियों को बताया कि दैवीय आपदा से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर जनपद स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम नम्बर 0548-2224041, मोबाइल नम्बर- 9454417103 पर अपनी समस्या बता सकते है। आपदा विशेषज्ञ अशोक राय बताया कि किसी आपदा होने पर टोल फ्री नम्बर 112, 101, 1077, 1070 पर तत्काल सूचित करने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान बाढ से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों ने बाढ की तैयारियो के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। 

ये अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर, खण्ड विकास अधिकारी करण्डा एवं अन्य बाढ से पहले  सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने बाढ़ शरणालय, प्राथमिक विद्यालय दीनापुर तथा बाढ़ चौकी एवं बाढ़ राहत केन्द्र दीनापुर का स्थलीय निरीक्षण कर सम्बन्धित को आवश्यक व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।

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