गाजीपुर के कलेक्ट्रेट न्यायालय कक्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120वीं जयंती के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
Oct 03, 2024 01:14
गाजीपुर के कलेक्ट्रेट न्यायालय कक्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120वीं जयंती के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
Ghazipur News : गाजीपुर के कलेक्ट्रेट न्यायालय कक्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं और पूर्व प्रधानमंत्री
लाल बहादुर शास्त्री की 120वीं जयंती के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने जिलेवासियों को इस अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
गांधीजी के सिद्धांतों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा ली। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने नेहरू युवा केंद्र के वॉलंटियर्स के साथ मिलकर "रघुपति राघव राजा राम" भजन का गान भी किया। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी के सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आंदोलन ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सत्य और अहिंसा का जो मार्ग दिखाया, वह आज भी न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में सम्मानित है।
ग्रामीण विकास और स्वदेशी वस्त्रों के उपयोग पर जोर
जिलाधिकारी ने अपने भाषण में महात्मा गांधी के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्वदेशी वस्त्रों के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि गांधीजी की विचारधाराओं के अनुरूप अंत्योदय योजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाएं बनाई गई हैं, जिनका उद्देश्य हर व्यक्ति को भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना है।
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में हो रहा सुधार
जिलाधिकारी अखौरी ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने हमेशा महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष किया। आज हम देख सकते हैं कि हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पहले बेटियों और बेटों के बीच भेदभाव किया जाता था, लेकिन अब बेटियों को उनके अधिकार मिल रहे हैं और वे समाज में बराबरी के साथ आगे बढ़ रही हैं।
सादा जीवन, उच्च विचार के सिद्धांत पर चलने की प्रेरणा
जिलाधिकारी ने कहा कि हमें गांधीजी के "सादा जीवन, उच्च विचार" के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। महात्मा गांधी ने सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए अपने जीवनभर संघर्ष किया। उनके मूल्यों को समझने और अपने जीवन में उतारने की जरूरत है। अगर हम गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाते हैं, तो न केवल व्यक्ति का बल्कि पूरे समाज का विकास होगा।
लाल बहादुर शास्त्री की सादगी और निष्ठा
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जिलाधिकारी ने उन्हें भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शास्त्रीजी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी के आदर्शों का पालन करते हुए देश की सेवा की। शास्त्रीजी के "जय जवान, जय किसान" नारे ने भारत की सेना और किसानों के लिए एक बड़ी प्रेरणा का काम किया। उनकी सादगी और ईमानदारी भारतीय राजनीति में एक मिसाल बनी हुई है।
अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों पर चलकर ही समाज में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करने की प्रेरणा दी, ताकि समाज के हर व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंच सके। कार्यक्रम में कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन गांधीजी और शास्त्रीजी के मूल्यों पर चलने की प्रतिज्ञा के साथ हुआ।