पूर्वांचल विश्वविद्यालय में लैपटॉप और स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम : छात्रों को समय के सदुपयोग की दी सलाह

UPT | वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय

Sep 14, 2024 17:30

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में लैपटॉप/स्मार्टफोन का वितरण कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रो0 वंदना सिंह के संरक्षकत्व में किया....

Jaunpur News : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में लैपटॉप और स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रो. वंदना सिंह के संरक्षण में किया गया। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने छात्रों को समय का सदुपयोग करने और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित किया। डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार की लैपटॉप और स्मार्टफोन वितरण योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा में सहायता प्रदान करेगी और डिजिटल साक्षरता बढ़ाएगी।

डिजिटल इंडिया के बताए महत्व
छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने इस मौके पर कहा कि स्मार्टफोन से छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी और वे डिजिटल दुनिया में मजबूती से कदम रख सकेंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है। रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार यादव ने भी इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह तकनीकी विकास और ऑनलाइन शिक्षा को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का स्वागत नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने किया और संचालन का जिम्मा डॉ. शशिकांत यादव ने संभाला। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीरज अवस्थी ने किया। इस अवसर पर प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. अशोक यादव, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. सुजीत कुमार चौरसिया, डॉ. रामाशु प्रभाकर, डॉ. विजय शंकर पांडेय, सतीश यादव, राय साहब यादव, दीपक यादव, उपासना उपाध्याय, अवनीश प्रजापति, अमृता मिश्रा, उन्नति सिंह, और अंकिता सिंह सहित कई प्रमुख व्यक्तित्व मौजूद थे।

विश्वविद्यालय परिसर में एक नई उम्मीद का संचार
लैपटॉप और स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम ने विश्वविद्यालय परिसर में एक नई उम्मीद का संचार किया। छात्रों को डिजिटल उपकरण प्रदान करने से न केवल उनकी शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि उन्हें ऑनलाइन संसाधनों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। इस पहल से न केवल छात्र समुदाय को लाभ होगा, बल्कि यह सरकार की डिजिटल साक्षरता और शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। यह कदम भारतीय शिक्षा प्रणाली के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक संकेत है।

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