Jaunpur News : रज्जू भैया संस्थान में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में जुटेंगे देश-विदेश के वैज्ञानिक

UPT | Jaunpur News

Feb 04, 2024 17:45

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रज्जू भैया संस्थान द्वारा पीयू फंक्शनल मैटेरियल विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 8 से 10 फरवरी के बीच किया जाएगा। जिसमें देश-विदेश से आने वाले वैज्ञानिक भागीदारी करेंगे।

Short Highlights
  • सम्मेलन के लिए सर्ब, डीबीटी, डीआरडीओ, सीएसआईआर से मिला अनुदान
Jaunpur News : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रज्जू भैया संस्थान द्वारा पीयू फंक्शनल मैटेरियल विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 8 से 10 फरवरी के बीच किया जाएगा। जिसमें देश-विदेश से आने वाले वैज्ञानिक भागीदारी करेंगे। वहीं यह सम्मेलन एशियन पॉलीमर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होगा। 

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का होगा आयोजन
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक तथा रज्जू भैया संस्थान के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि 8 फरवरी से प्रारंभ होने वाले त्रिदिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डीएमएसआरडीई, डीआरडीओ कानपुर के निदेशक डॉ. मयंक द्विवेदी रहेंगे। वहीं सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में राजर्षि जनक विश्वविद्यालय, नेपाल के कुलपति प्रो. अमर प्रसाद यादव, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राजाराम यादव तथा दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन होंगी। इस दौरान उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह करेंगी। सम्मेलन के आयोजक सचिव डॉ. नितेश जायसवाल ने बताया, कि इस सम्मेलन में 70 से अधिक वक्ताओं को व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस सम्मेलन में भारत सहित विभिन्न देशों के कुल 300 से अधिक शोधार्थियों ने प्रतिभाग करने के लिए पंजीकरण किया है। जिसके चलते सम्मेलन में 240 शोधार्थियों ने अपने शोध कार्यों के सारांश को प्रस्तुत करने के लिए भेजा है।

इनका रहेगा सहयोग
सम्मलेन के कोषाध्यक्ष डॉ. सुजीत कुमार चौरसिया ने बताया कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय तथा भारत सरकार की चार वैज्ञानिक संस्थाओं के वित्तीय सहयोग से यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। भारत सरकार का जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (सर्ब), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, रक्षा एवं विकास अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ), रक्षा मंत्रालय तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) इस सम्मेलन में सहयोगी होंगे।

Also Read