25 फरवरी को भ्रूण को सफलतापूर्वक एकत्र किया गया, जिसमें विभिन्न विकासात्मक चरणों में 8 उच्च गुणवत्ता वाले भ्रूण शामिल थे, जिन्हें सिंक्रनाइज्ड सरोगेट गायों में प्रत्यारोपित किया गया। इस प्रक्रिया को डॉ. मनीष कुमार (प्रधान अन्वेषक), डॉ. कौस्तुभ किशोर सराफ तथा डॉ. अजीत सिंह (सहायक अन्वेषक) के नेतृत्व में सफलता पूर्वक क्रियान्वित किया गया।