7वीं कक्षा की श्वेता जाएंगी इसरो : अटल आवासीय विद्यालय की छात्रा का चयन, ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने का मौका

UPT | 7वीं कक्षा की श्वेता जाएंगी इसरो

Sep 08, 2024 19:13

वाराणसी के करसड़ा स्थित अटल आवासीय विद्यालय की कक्षा 7 की छात्रा श्वेता सत्ते, जो स्कूल की टॉपर हैं, को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की यात्रा के लिए चयनित किया गया है...

Short Highlights
  • अटल आवासीय विद्यालय की छात्रा का चयन
  • श्वेता सत्ते को इसरो में जाने का मिलेगा मौका
  • ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का मिलेगा अवसर 
Varanasi News :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम से बच्चों की संभावनाओं को नया आयाम दिया है। इस पहल ने निराश्रित और गरीब परिवारों के बच्चों के सपनों को भी ऊंचाई पर पहुंचाया है। वाराणसी के करसड़ा स्थित अटल आवासीय विद्यालय की कक्षा 7 की छात्रा श्वेता सत्ते, जो स्कूल की टॉपर हैं, को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की यात्रा के लिए चयनित किया गया है।

वैज्ञानिकों से मिलने का मिलेगा मौका
जिसके बाद अब, श्वेता को इसरो के वैज्ञानिकों से मिलकर ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का अवसर मिलेगा। मई 2024 में आयोजित होने वाले 15 दिवसीय "उत्कृष्ट अटल प्रोग्राम" के तहत इन बच्चों की प्रतिभा और कौशल को निखारने का प्रयास किया गया था। बता दें कि योगी आदित्यनाथ का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अटल आवासीय विद्यालय गरीब और निराश्रित परिवारों के बच्चों के सपनों को नया जीवन दे रहा है।



विद्यालय के प्रधानाचार्य ने दी जानकारी
प्रधानाचार्य अमरनाथ राय ने बताया कि विद्यालय की मेधावी छात्रा श्वेता सत्ते का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के भ्रमण के लिए हुआ है। श्वेता को इसरो के वैज्ञानिकों से मिलकर अंतरिक्ष विज्ञान के रहस्यों को समझने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि, 4 से 18 मई 2024 तक आयोजित 15 दिवसीय "उत्कृष्ट अटल प्रोग्राम" के तहत छात्रों को नई तकनीकों से जोड़ने के लिए विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था। 

स्पेस आर्ट और बेस्ट प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रतियोगिता के जरिए हुआ चयन
अमरनाथ राय ने आगे बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने स्पेस आर्ट और बेस्ट प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें श्वेता को उसकी योग्यता के आधार पर चुना गया। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को अंतरिक्ष के रहस्यों और भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों से परिचित कराना था। कार्यक्रम ने छात्रों को व्यावहारिक अनुभव के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों से अवगत कराने की कोशिश की, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण और तकनीकी शिक्षा मिल सके।

राज्य भर में स्थापित किए जा रहे  अटल आवासीय विद्यालय
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की सरकार राज्य भर में अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना कर रही है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है। वाराणसी के करसड़ा स्थित अटल आवासीय विद्यालय में निर्माण श्रमिकों, कोरोना महामारी के दौरान निराश्रित हुए लोगों, और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्र बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जा रही है।

छात्रों को मिलती है  नि:शुल्क सुविधा
इस विद्यालय में छात्रों के लिए अलग-अलग छात्रावास उपलब्ध हैं और पाठ्यक्रम सीबीएसई बोर्ड पर आधारित है। स्कूल में स्मार्ट क्लास, सीसीटीवी, सोलर पैनल, कंप्यूटर लैब, एस्ट्रोनॉमी लैब, आरओ का स्वच्छ पेयजल, खेल गतिविधियां, यूनिफॉर्म, किताबें, नोटबुक और भोजन जैसी सभी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

मील का पत्थर साबित हो रही यह योजना
अटल आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ.  अमरनाथ राय के अनुसार,  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना को शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। यह पहल गरीब और निराश्रित बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो रही है और इसे एक मॉडल स्कूल के रूप में देखा जा रहा है। यहां पर शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को अच्छे नागरिक बनने के लिए मूल्यों और संस्कारों के प्रति भी जागरूक किया जाता है, जिससे वे समाज में अपनी जगह बना सकें और दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

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अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती हैं श्वेता
अटल आवासीय विद्यालय की कक्षा 7 की छात्रा श्वेता सत्ते ने भी अपनी महत्वाकांक्षाओं को लेकर बड़ा सपना देखा है। वह सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला की तरह एक अंतरिक्ष यात्री बनकर देश का नाम रोशन करना चाहती है। श्वेता का कहना है कि वह बड़े होकर अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना चाहती है और इस दिशा में अपने सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
 

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