वाराणसी में बसाई जाएगी 'नई काशी' : 18,000 करोड़ की मेगा परियोजना से बदलेगा शहर का स्वरूप, 1300 हेक्टेयर भूमि चिह्नित

UPT | वाराणसी

Sep 09, 2024 17:03

नई काशी योजना के तहत, शहर के विस्तार के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट मार्ग पर आउटर रिंग रोड के किनारे छह नई टाउनशिप्स का निर्माण किया जाएगा...

Short Highlights
  • वाराणसी में नई काशी का निर्माण होगा
  • 18,000 करोड़ की मेगा परियोजना को शासन से मंजूरी
  •  1300 हेक्टेयर भूमि पर होगा निर्माण
Varanasi News : उत्तर प्रदेश में बाबा भोले की नगरी वाराणसी को एक नया रूप देने की तैयारियां जोरों पर है। बनारस, जो अपने घाटों, मंदिरों और गलियों के लिए प्रसिद्ध है, अब विकास के एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। नई काशी योजना के तहत, शहर के विस्तार के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट मार्ग पर आउटर रिंग रोड के किनारे छह नई टाउनशिप्स का निर्माण किया जाएगा। इनमें आवासीय योजना, मेडिसिटी, वर्ल्ड सिटी और विद्या निकेतन जैसे प्रमुख विकास क्षेत्रों की परिकल्पना की गई है।

18 हजार करोड़ की परियोजना
नई काशी योजना के तहत, काशी द्वार, वर्ल्ड सिटी, वैदिक सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, वरुणा सिटी और मेडिसिटी जैसे क्षेत्रों को बसाने की योजना है। इन टाउनशिप्स के लिए रिंग रोड किनारे के 40 गांवों की 1300 हेक्टेयर जमीन का सर्वे पूरा कर लिया गया है। सरकार से इस परियोजना के लिए लगभग 18,000 करोड़ रुपये की मांग की गई है। उन गांवों की जमीन पर कब्जे के लिए बिक्री और खरीद पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।



बड़े शहरों जैसी मिलेंगी सुविधाएं
शहर की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पीएम मोदी के लगातार वाराणसी के सांसद बनने के बाद से यहां विकास की गति तेज हुई है। देशभर के निवेशक अब इस क्षेत्र में निवेश की इच्छा दिखा रहे हैं, जिससे जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। प्राचीन शहर के स्वरूप को बनाए रखते हुए, शहर के विस्तार के लिए सेक्टरल डेवलपमेंट और एकीकृत टाउनशिप योजनाएं तैयार की गई हैं। इस योजना के तहत शहर में बड़े शहरों जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

दो साल में पूरा करने का लक्ष्य
बता दें कि वाराणसी विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद को इस परियोजना को कार्यान्वित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शासन ने नई काशी योजना को मंजूरी दे दी है, जिससे अब जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस परियोजना को दो साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। नया शहर बनने से प्राचीन काशी नगरी में आबादी का दबाव कम होगा और बाहरी जिलों और प्रदेशों से आने वालों को सभी आवश्यक सुविधाएं मिल सकेंगी।

रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे
इसके अलावा, रिंग रोड के दोनों ओर 500 मीटर तक के क्षेत्र में संशोधित महायोजना के तहत मिश्रित भूमि उपयोग की अनुमति दी गई है। इससे कमर्शियल और ऑफिस कॉम्प्लेक्स, मल्टीप्लेक्स और शोरूम्स के निर्माण की संभावना बढ़ गई है। इस विकास से क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग्स के प्रस्ताव भी आना शुरू हो गए हैं।

परियोजना के तहत होगा इनका होगा निर्माण
गौरतलब है कि इस विकास परियोजना के तहत, गंजारी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास 208 एकड़ में स्पोर्ट्स सिटी का निर्माण किया जाएगा। खेवसीपुर में रिंग रोड-2 के पास 300 एकड़ में वरुणा विहार सिटी बसाई जाएगी। कोइराजपुर के हरहुआ चौराहा पर 245 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड सिटी का निर्माण होगा। ऐढ़े के निकट लालपुर में 250 एकड़ में मेडिसिटी बनेगी। संदहा के निकट सारनाथ में 250 एकड़ में वैदिकसिटी की स्थापना की जाएगी। रिंग रोड-3 के पास मढ़नी के निकट 210 एकड़ में विद्या निकेतन सिटी बसेगी। इसके अलावा, टाउनशिप के आसपास लगभग 600 एकड़ क्षेत्र में शहरी सुविधाएं और बाजार विकसित किए जाएंगे।

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