काशी से शुरू हुई जन जागरण रैली : सैकड़ों लोग हुए शामिल, पूर्व राज्यसभा सांसद ने बताया इसका उद्देश्य

UPT | पूर्व राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा

Oct 02, 2024 20:19

संगत-पंगत के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. आर के सिन्हा की अगुवाई में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के मौके पर राष्ट्रीय संगत-पंगत की ओर से जनजागरण रथ यात्रा का शुभारंभ वाराणसी से किया गया...

Varanasi News : संगत-पंगत के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. आर के सिन्हा की अगुवाई में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के मौके पर राष्ट्रीय संगत-पंगत की ओर से जनजागरण रथ यात्रा का शुभारंभ वाराणसी से किया गया। इस रथ यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जो बाबतपुर से शुरू होकर पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री के आवास तक निकाली गई।

इन रास्तों से निकली रथ यात्रा
यह रथ यात्रा वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से शुरू होकर शिवपुर, भोजवीर, अर्दली बाजार, चौकाघाट, गोलगड्ढा, वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन, राजघाट, पुल पड़ाव चौराहा, मुगलसराय बाजार होते हुए रामनगर में लालबहादुर शास्त्री के जन्म स्थान तक गई। शास्त्री आवास पर पहुंचकर डॉ. आर के सिन्हा ने शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने शास्त्री जी को याद करते हुए उनकी उपलब्धियों और योगदान पर भी चर्चा की।



आर के सिन्हा ने बताया रथ यात्रा का उद्देश्य
आर के सिन्हा ने बताया कि इस रथ यात्रा का उद्देश्य राजनीतिक नहीं, बल्कि समाज में लालबहादुर  शास्त्री  के जीवन और उनके योगदान को स्मरण करना है। इसका लक्ष्य है समाज में उनके आदर्शों और मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना। राष्ट्रीय संगत-पंगत द्वारा आयोजित इस रथ यात्रा के माध्यम से समाज में जन जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।

काशी से शुरू हुई यात्रा
आर के सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस यात्रा की शुरुआत काशी से की जा रही है, जो देश के सभी राज्यों में जाएगी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य जन जागरण करना है। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं, खासकर बदहाली के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए समाज के लोग किस प्रकार मदद कर सकते हैं, इसी विषय पर रैली निकाली जा रही है। सिन्हा ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, लेकिन एक सरकारी प्रणाली के सामने 150 करोड़ लोगों की समस्याओं को दूर करना आसान नहीं है। इसी कारण से यह जन जागरण यात्रा आयोजित की जा रही है।

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