शरद पूर्णिमा पर बादलों ने छीना ताज का दीदार : सैलानियों की सेल्फी में नहीं खिला चांद तो हुए मायूस, कहा- जैसा सुना, वैसा न पाया

UPT | ताज महल

Oct 18, 2024 15:52

शरद पूर्णिमा की रात जब ताजमहल की श्वेत संगमरमरी इमारत चांद की रोशनी में दमकने वाली थी, सैलानियों को उस अद्भुत दृश्य का दीदार नहीं हो सका। दूसरे दिन भी ताजमहल पर चांद की शीतल...

Agra News : शरद पूर्णिमा की रात जब ताजमहल की श्वेत संगमरमरी इमारत चांद की रोशनी में दमकने वाली थी, सैलानियों को उस अद्भुत दृश्य का दीदार नहीं हो सका। दूसरे दिन भी ताजमहल पर चांद की शीतल चांदनी देखने की चाह रखने वाले पर्यटकों को निराशा का सामना करना पड़ा, क्योंकि चांद बादलों के पीछे छिपा रहा। सैलानियों ने मोबाइल कैमरे से सेल्फी तो जरूर ली लेकिन बादलों की वजह से ताजमहल की वास्तविक चमक और उसकी सफेद खूबसूरती खिलकर सामने नहीं आ पाई।

व्यू पॉइंट और रॉयल गेट से निराश लौटे सैलानी
यमुना नदी के किनारे स्थित एडीए व्यू पॉइंट पर ताजमहल को निहारने आए सैलानी हों या रॉयल गेट के भीतर से ताजमहल का दीदार करने पहुंचे पर्यटक, सभी की उम्मीदें अधूरी रह गईं। एएसआई द्वारा जारी टिकट के तहत गुरुवार को 400 सैलानी ताजमहल के अंदर पहुंचे। जबकि 125 सैलानियों ने एडीए व्यू पॉइंट से ताज को रात में निहारा। हालांकि, रात 11 बजे के बाद थोड़ी-बहुत रोशनी बढ़ी और बादल हटे, जिससे ताजमहल की झलक मिली लेकिन वो अद्वितीय नजारा जो चांदनी रात में ताज की खूबसूरती को और निखारता है सैलानियों को नहीं मिल सका।


सैलानियों की उम्मीदों पर फिरा पानी
जयपुर से आई तन्वी अग्रवाल ने अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, "जैसा सुना था, वैसा ताजमहल चांदनी रात में देखने को नहीं मिला। हमने तो ताज के साथ सेल्फी ली, लेकिन चांदनी रात में ताजमहल की वो जादुई चमक नदारद थी। ताज को दूर से देखने के कारण इसकी वास्तविक सुंदरता को महसूस नहीं कर सके।" तन्वी जैसी ही निराशा रायपुर से आए राजेंद्र सिंह ने भी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मथुरा के मंदिरों के बाद ताजमहल देखने आए थे, लेकिन गुंबद तक जाने की अनुमति न मिलने से वह भी मायूस थे। राजेंद्र सिंह ने बताया, "बचपन में एक बार ताजमहल पर चमकी मेले में आए थे तब लाखों की भीड़ हुआ करती थी और ताज का नजारा बेहद मनोहारी होता था। लेकिन इस बार हमें 15 मिनट भी ताज के पास रुकने नहीं दिया गया।"

ये भी पढ़े : बदायूं का रहने वाला है शूटर योगेश, 10 साल पहले मर्डर में आया था नाम फिर लॉरेंस गैंग के साथ जुड़कर बन गया कुख्यात अपराधी

ताजमहल की चांदनी रात का आकर्षण
शरद पूर्णिमा की रात ताजमहल को देखने का विशेष आकर्षण होता है। क्योंकि पूर्णिमा की शीतल चांदनी में ताजमहल की सफेद संगमरमर की इमारत दमक उठती है। इस दुर्लभ दृश्य को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक विशेष रूप से आते हैं। लेकिन इस बार बादलों ने इस सुंदर दृश्य को सैलानियों से छीन लिया, जिससे हर कोई निराश होकर लौटे।

Also Read