Agra News : विवादित भोलेबाबा का आगरा से पुराना नाता, पूर्व पार्षद ने कहा- संत नहीं ढोंगी है बाबा...

UPT | पूर्व पार्षद हेमा परिहार।

Jul 04, 2024 19:00

हाथरस के सिकंदराराउ सत्संग कांड के बाद चर्चाओं में आया सत्संग प्रमुख हरि साकार उर्फ सत्यनारायण उर्फ भोले बाबा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। उसको लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हरि साकार उर्फ...

Agra News : हाथरस के सिकंदराराउ सत्संग कांड के बाद चर्चाओं में आया सत्संग प्रमुख हरि साकार उर्फ सत्यनारायण उर्फ भोले बाबा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। उसको लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हरि साकार उर्फ सत्यनारायण का आगरा से भी गहरा नाता रहा है। धार्मिक चोला उसने आगरा में ही पहना था और केदार नगर स्थित घर से इसकी शुरुआत की थी। लेकिन, हरि साकार उर्फ सत्यनारायण के खिलाफ थाना शाहगंज में वर्ष 2000 में मुकदमा दर्ज हुआ था। यह मुकदमा तत्कालीन पार्षद हेमा परिहार ने कराया था। हाथरस सत्संग कांड के बाद अब पूर्व पार्षद हेमा परिहार भी सामने आई हैं और भोले बाबा का काला चिट्ठा खोल रहीं हैं। 

मृत भांजी पर करने लगा तांत्रिक क्रिया
पूर्व पार्षद हेमा परिहार ने बताया कि घटना वर्ष 2000 की है। उस समय वह उस क्षेत्र की पार्षद हुआ करती थीं। केदार नगर में ही हरि साकार उर्फ सत्यनारायण रहता था और वहीं से धार्मिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। वर्ष 2000 में उसकी गोद ली हुई भांजी एक्सपायर हो गई और उसको जिंदा करने के लिए मलका चबूतरा पर तांत्रिक क्रिया शुरू कर दी। लोगों ने इसकी जानकारी उन्हें दी। सुनने में बड़ा अटपटा लगा कि आज के समय में भी कुछ लोग इस तरह का अंधविश्वास करते हैं। यह सुनकर वह तुरंत मलका चबूतरे पर पहुंच गईं। जब उन्होंने विरोध किया तो उनके समर्थक उठ खड़े हुए। तब जाकर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। 

साल 2000 में हुई थी गिरफ्तारी
उनकी शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और हरि साकार और सत्यनारायण को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। वर्ष 2000 में शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। हरि साकार सहित सात लोगों की गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने चमत्कारी उपचार अधिनियम के तहत उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 

25 सालों से बंद है मकान
पूर्व पार्षद हेमा परिहार ने बताया कि जो व्यक्ति अपनी भांजी का नहीं हुआ, उसके मृत शरीर पर तांत्रिक क्रिया करने लगा, वह कैसे लोगों का भला कर सकता है। उसके बाद वह केदार नगर से चला गया। लेकिन, आगरा के अन्य स्थानों पर उसके सत्संग चलने लगे और फिर वह कभी लौटकर केदार नगर नहीं आया। लगभग 25 सालों से उसका घर बंद है। लेकिन, आज भी उनके अनुयायी उसके घर की साफ सफाई करने आते हैं और फिर दरवाजे के बाहर मत्था टेकते हैं।

हेमा ने की ये अपील
पूर्व पार्षद हेमा परिहार ने दो टूक शब्दों में कहा कि वह कोई साधु संत या फिर भगवान नहीं है, केवल एक ढोंगी है। ऐसा ही कुछ कारनामा आसाराम बापू ने किया था। आज उसकी स्थिति क्या है, वह जेल में है। हाथरस सत्संग कांड में हरि साकार के खिलाफ भी केस दर्ज होना चाहिए और उसे सलाखों के पीछे होना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर आपको प्रभु का गुणगान करना है, सच्चे मन से उनकी पूजा अर्चना करनी है तो वह घर पर रहकर भी हो सकती है। सिर्फ आपका मन स्वच्छ हो और सच्चे दिल से आप पूजा आराधना करें। 

Also Read