सही सलामत भेजा था ये क्या हो गया... : चीन से लौटे चीफ इंजीनियर के शव को देखते ही पत्नी की निकली चीख

UPT | रोते-बिलखते परिजन।

Jul 08, 2024 01:40

आगरा के अनिल कुमार श्रीवास्तव चीन में मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर बतौर काम कर रहे थे। 12 जून को हृदयगति रुकने के चलते मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद उनका शव चीन में ही फंस गया था।

Agra News : आगरा के अनिल कुमार श्रीवास्तव चीन में मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर बतौर काम कर रहे थे। 12 जून को हृदयगति रुकने के चलते मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद उनका शव चीन में ही फंस गया था। चीन में कार्यरत अनिल कुमार श्रीवास्तव की मौत की खबर जब परिजनों को मिली तो परिवार में कोहरा मच गया, लेकिन 12 जून से उनके शव को भारत लाने के लिए परिजनों को करीब 25 दोनों का लंबा इंतजार करना पड़ा। 

पार्थिव शरीर के पहुंचते ही परिवार में कोहराम
आगरा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने चीफ इंजीनियर श्रीवास्तव के शव को लाने के लिए पूरा प्रयास किया। सिंह बघेल के प्रयास के बाद ही विदेश मंत्रालय जागा और उनके हस्तक्षेप के बाद रविवार को इंजीनियर अनिल श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर उनके निवास पर पहुंचा। चीफ इंजीनियर के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार को उनके दर्शन कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए उनका शव भेजा गया। मौके पर सांत्वना देने के लिए मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी पहुंच गए। 



पत्नी अंजुलता की आंखों से सूख आंसू 
25 दिन से पता था कि पति अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनको अंतिम बार देखने की आस में पत्नी अंजुलता की आंखों के आंसू सूख गए थे। मन में हर वक्त अंतर्द्वंद चल रहा था पर बूढ़ी सास और बच्चों के लिए वो बाहर से खुद को मजबूत दिखाने की हरसंभव कोशिश कर रही थी। कई बार समझ नहीं आता था कि किसे फोन करे और कहां गुहार लगाए कि पति का पार्थिव शरीर घर आ जाए।

ताबूत में बंद पति को देखते ही बेसुध 
कागजी उठापटक के बाद रविवार को इंजीनियर का पार्थिव शरीर दिल्ली और फिर आगरा पहुंचा। चाणक्य पुरी स्थित निवास पर 12:45 पर एंबुलेंस पहुंची। पत्नी अंजुलता और बच्चों अक्षत राज और आदिरिका की धड़कनें बढ़ गईं। घर पहुंचने पर पत्नी का बुरा हाल हो गया। वह फूट-फूट कर रोने लगी। बस एक ही बात बोल रही थी कि पति को सही सलामत भेजा था, उन्हें यह क्या हो गया। ताबूत में बंद पति को देखते ही वो बेसुध हो गईं। बच्चे दहाड़े मार कर रोने लगे। बूढ़ी मां चीत्कार करने लगी। लोगों ने ढांढस बंधाया। इसके बाद पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।

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