Mathura News : तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मछली का तेल, नाराज संतों ने की ये मांग...

UPT | फूलडोल जी महाराज।

Sep 20, 2024 17:13

विश्व प्रसिद्ध श्री तिरुपति बालाजी मंदिर में ठाकुर जी को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को बनाने में मांसाहारी वस्तुएं एवं मछली के तेल के प्रयोग का खुलासा होने पर संत समाज में आक्रोश व्याप्त है। इस मामले में संत धर्माचार्यों ने...

Mathura News : विश्व प्रसिद्ध श्री तिरुपति बालाजी मंदिर में ठाकुर जी को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को बनाने में मांसाहारी वस्तुएं एवं मछली के तेल के प्रयोग का खुलासा होने पर संत समाज में आक्रोश व्याप्त है। इस मामले में संत धर्माचार्यों ने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
 
श्रद्धालुओं की आस्था को भारी ठेस 
आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी का मंदिर देश-विदेश के करोड़ों सनातन धर्म प्रेमियों की आस्था का मुख्य केंद्र है। यहां पर प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्त अपने आराध्य तिरुपति बालाजी के दर्शन करने पहुंचते हैं। इन भक्तों द्वारा भगवान का प्रसाद भी लगाया जाता है, लेकिन जब उन्हें यह पता चला कि उनके आराध्य को लगाए जाने वाले प्रसाद को बनाने में मांसाहारी वस्तुओं और मछली के तेल आदि का प्रयोग किया जा रहा है तो उनकी आस्था को भारी ठेस पहुंची है। इस मामले की शिकायत जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू तक पहुंची तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कराई। जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद अब धर्म नगरी वृंदावन के संत धर्माचार्यों में आक्रोश व्याप्त है। 

सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश 
चैतन्य कुटी के महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने कहा कि पिछले काफी समय से सनातन धर्म विरोधियों द्वारा सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है। इसी के तहत तिरुपति बालाजी मंदिर में भी ऐसी साजिश रची गई प्रतीत हो रही है। ऐसे धर्म विरोधी लोगों के खिलाफ सरकार को सख्त कदम उठाते हुए फांसी की सजा देनी चाहिए।
 
प्रसाद में मांसाहारी मिलाना निंदनीय

चार संप्रदाय आश्रम के महंत बृज बिहारी दास शास्त्री महाराज ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर में तैयार होने वाले प्रसाद में मांसाहारी वस्तुओं को मिलाया जाना बड़ा ही निंदनीय और सनातन धर्म विरोधी कृत्य है। ऐसा कृत्य करने वालों को किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता है। ऐसे लोगों को सरकार तत्काल सख्त से सख्त सजा दे।

नायडू ने किया अच्छा काम
सिंहपौर हनुमान मंदिर के महंत सुंदर दास महाराज ने तिरुपति बालाजी मंदिर में तैयार किए जाने वाले प्रसाद में मछली का तेल और गाय की चर्बी आदि प्रयोग किए जाने पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि कुछ सनातन धर्म विरोधी लोग भक्तों की भावना को आहत पर करने के उद्देश्य से इस तरह की साजिश रच रहे हैं। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले को संज्ञान में लेकर बड़ा ही सराहनीय कार्य किया है। सरकार दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दे। 

हिंदू देवी देवताओं का अपमान 
काशी विद्वत परिषद् पश्चिमी भारत के प्रभारी कार्ष्णि नागेन्द्र महाराज ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में धर्म को भ्रष्ट करने वाली चीज मिली है, जिसने भी यह कृत्य किया है। उसको फांसी की सजा मिले। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से सनातन धर्म रक्षा कल्याण बोर्ड का गठन करने की मांग की है, जिससे कि सनातन धर्म, हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जा सके।

सचेत रहने की जरूरत
प्रियकांत जू मंदिर के संस्थापक और कथा प्रवक्ता देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद में मांस की मिलावट अक्षम्य है। इसके दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। आज के समय में सनातनियों की धार्मिक सात्विकता को नुकसान पहुंचाने के लिए किए जा रहे हर कुत्सित प्रयासों से सचेत रहने के जरूरत है।

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