राकेश टिकैत और पुलिस के बीच आंख मिचौली का खेल : टप्पल थाने से निकलकर यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचे किसान नेता, फिर पकड़े गए

UPT | यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचे राकेश टिकैत

Dec 04, 2024 14:33

नोएडा किसान आंदोलन के तहत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच सुबह से आंख मिचौली का खेल चल रहा है। राकेश टिकैत अलीगढ़ के टप्पल क़स्बे से बुधवार की सुबह ग्रेटर नोएडा के लिए रवाना हुए...

Aligarh News : नोएडा किसान आंदोलन के तहत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच सुबह से आंख मिचौली का खेल चल रहा है। राकेश टिकैत अलीगढ़ के टप्पल क़स्बे से बुधवार की सुबह ग्रेटर नोएडा के लिए रवाना हुए। उन्हें अलीगढ़ पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर रोक लिया। हिरासत में ले लिया गया और टप्पल थाने ले जाकर बैठा दिया गया। इस दौरान अलीगढ़ के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौक़े पर मौजूद रहे। अब से कुछ देर पहले राकेश टिकैत पुलिस को गच्चा देकर टप्पल थाने से निकल गए। वह यमुना एक्सप्रेसवे पहुंचे। पुलिस ने दौड़ लगा दी। राकेश टिकैत ने एक ट्रक रोका और सवार हो गए। पुलिस ने पीछे दौड़कर उन्हें दोबारा पकड़ लिया है।

अगला ट्रायल शाम को दिखाएंगे : राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने अपने गुस्से में कहा, "हमें नहीं पता कि हमें कहां ले जा रहे हैं। यह पहला ट्रायल है, अगला ट्रायल शाम को दिखाएंगे।" उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इसका समाधान नहीं हुआ तो वे लखनऊ तक ट्रैक्टर यात्रा शुरू करेंगे। टिकैत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यह सरकार मजदूरों, गरीबों और आदिवासियों को दबाना चाहती है।" हमें नहीं पता हमें कहां लेकर जा रहे हैं यह पहले उनका ट्रायल है तो अगला ट्रायल हम आज शाम को दिखाएंगे।"
  टिकैत को रोकने के लिए पुलिस की तैयारी 
पुलिस प्रशासन ने किसान महापंचायत को रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की थी। यमुना एक्सप्रेस-वे पर पुलिस बल ने राकेश टिकैत की कार को बीच में रोक दिया और उन्हें कार से बाहर निकाला। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई और यातायात भी प्रभावित हुआ। अलीगढ़ के जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया। डीएम, एसपी और एसएसपी मौके पर मौजूद थे। राकेश टिकैत को टप्पल थाना क्षेत्र में हिरासत में लिया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया।



'यह अब आर-पार की लड़ाई'
किसान नेता ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वे अपने संघर्ष को और तीव्र करेंगे। उनका कहना है कि यह लड़ाई अब आर-पार की है और वे अपने अधिकारों के लिए पूरी तरह से लड़ने को तैयार हैं। शाम को वे अपने अगले कदम की घोषणा करने वाले हैं। यह घटना किसान आंदोलन में एक नया मोड़ साबित हो सकती है, जहां किसान नेता अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने अड़े हुए हैं। प्रशासन और किसान संगठनों के बीच तनाव बढ़ता प्रतीत हो रहा है, जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।

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