AMU के चेयरमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज : मनोविज्ञान विभाग में प्रोफेसर के साथ हुई थी मारपीट, पीड़ित ने कैंपस में बंदूक ले जाने की मांगी अनुमति 

UPT | थाना सिविल लाइन में मनोविज्ञान विभाग में चेयरमैन के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

Dec 02, 2024 23:03

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के मनोविज्ञान विभाग में चेयरमैन और एक वरिष्ठ प्रोफेसर के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। यह मामला अब कानूनी पचड़े में बदल गया है।

Short Highlights
  • सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो हुआ वायरल 
  • सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो हुआ वायरल 
  • आहत प्रोफेसर इस्तीफे पर कर रहे विचार
Aligarh News : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के मनोविज्ञान विभाग में चेयरमैन और एक वरिष्ठ प्रोफेसर के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। यह मामला अब कानूनी पचड़े में बदल गया है, जहां प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान की शिकायत पर विभाग के चेयकमैन प्रोफेसर शाह आलम के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मारपीट और धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है ।

विवाद की शुरुआत और घटनाक्रम
यह विवाद 21 नवंबर को तब शुरू हुआ जब प्रोफेसर शाह आलम ने प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान को अपने आफिस में बुलाया और अनुसंधान सलाहकार समिति की बैठक में उनके शोधार्थी छात्र को बुलाने का निर्देश दिया। प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान ने छात्र को कार्यालय कर्मियों के माध्यम से बुलाने का सुझाव दिया, जिससे चेयरमैन नाराज हो गए। इसके बाद, प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि चेयरमैन ने उनके साथ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और जब उन्होंने विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई और उनके कपड़े तक फाड़ दिए।

सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो हुआ वायरल 
घटना के बाद विभाग में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे विवाद और गहरा गया। फुटेज में दोनों प्रोफेसरों के बीच झगड़ा साफ दिखाई दे रहा है। इसे लेकर एएमयू प्रशासन और पुलिस ने भी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। 

प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान ने सुरक्षा की मांग की
प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कैंपस के भीतर अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति भी मांगी है। प्रोफेसर का कहना है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं और उन्होंने चेयरमैन पर हमले की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है। वहीं, विभाग के चेयरमैन प्रोफेसर शाह आलम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में पहले ही लिखित में अपना पक्ष एएमयू इंतजामियां को प्रस्तुत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जांच में सच्चाई सामने आएगी और वह इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ नहीं कहना चाहते।

एएमयू प्रशासन की प्रतिक्रिया
डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर नवाज अली जैदी ने बताया कि इस मामले को लेकर कुलपति स्तर से संज्ञान लिया गया है और मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।  थाना सिविल लाइन प्रभारी रितेश कुमार ने बताया कि एसएसपी स्तर से मिले निर्देश के तहत प्रोफेसर शाह आलम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने एएमयू प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज भी मांगे हैं, ताकि घटना की पुष्टि हो सके। 

आहत प्रोफेसर इस्तीफे पर कर रहे विचार
घटना से आहत प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान ने कहा है कि वह इस्तीफे पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं और उन्होंने 22 नवंबर को कार्यालय में कुछ संदिग्ध लोगों को घूमते हुए भी देखा था। उन्होंने कहा कि अगर मेरे साथ कोई घटना होती है, तो इसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। एएमयू के मनोविज्ञान विभाग का यह विवाद न केवल शिक्षकों की गरिमा पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि संस्थान की छवि को भी प्रभावित करता है। 

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