बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में हुआ व्यापक प्रदर्शन : अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अत्याचार रोकने की अपील 

UPT | बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेते लोग

Dec 04, 2024 00:56

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार बढ़ती हिंसा और अत्याचारों के विरोध में सोमवार को अलीगढ़ के गांधी पार्क स्थित बस स्टैंड पर एक व्यापक स्तर का धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया।

Short Highlights
  • बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर आक्रोश
  • धरने में बांगलादेश के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन
  • बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने की अपील 
  • अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन मूकदर्शक बने हैं   
Aligarh News : बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार बढ़ती हिंसा और अत्याचारों के विरोध में सोमवार को अलीगढ़ के गांधी पार्क स्थित बस स्टैंड पर एक व्यापक स्तर का धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस प्रदर्शन का आयोजन बांग्लादेश अल्पसंख्यक सुरक्षा मंच ने किया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार और अंतरराष्ट्रीय शक्तियों से अपील की कि वे हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तुरंत बंद करवाने के लिए ठोस कदम उठाएं।

बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर आक्रोश
सूचनाओं के अनुसार, बांग्लादेश में हिंदू पूजा स्थलों को जलाने, उनके घरों और दुकानों को तोड़ने और लूटने जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। सरकारी सेवाओं में कार्यरत हिंदुओं से बलपूर्वक त्यागपत्र लिखवाने की घटनाएं भी सामने आई हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यह हिंसा अफगानिस्तान और सीरिया की जिहादी मानसिकता की ओर इशारा करती है।

धरने में बांगलादेश के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन
शांतिपूर्ण प्रदर्शन का प्रारंभ इस्कॉन के कृष्ण भक्तों द्वारा हरे राम, हरे कृष्ण के मंत्रों के साथ हुआ। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं, स्कूली छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। लोगों ने बांग्लादेशियों होश में आओ और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बंद करो जैसे पोस्टर गले में पहने हुए विरोध जताया।

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने की अपील 
इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री  मुकेश राजपूत ने कहा कि बांग्लादेश में बहुसंख्यक समुदाय हिंदुओं पर अत्याचार तुरंत बंद करे। उन्होंने भारत में रह रहे बांग्लादेशी छात्रों और व्यापारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपने परिवार और राजनेताओं से संवाद कर इन अत्याचारों को रोकने की अपील करें। अन्यथा, भविष्य में भारत में उनके लिए परिस्थितियां कठिन हो सकती हैं । विहिप ब्रजप्रांत सोशल मीडिया प्रमुख प्रतीक रघुवंशी ने बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार और पुरुषों की पहचान कर उन्हें मारने जैसी घटनाओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को अंतिम संस्कार के लिए भी मजहबी नारों का दबाव झेलना पड़ रहा है। उन्होंने इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को हिंदू समाज पर संगठित हमले का प्रतीक बताया।

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन मूकदर्शक बने हैं   
महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को महाभारत की द्रौपदी की तरह बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज सहायता के लिए चिल्ला रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन और राजनेता मूकदर्शक बने हुए हैं। उन्होंने हिंदुओं की रक्षा के लिए कटिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर वे किसी भी तरह के संघर्ष के लिए तैयार हैं।  इस धरने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल, मातृशक्ति, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, महर्षि वाल्मीकि सेना, हिंदू जागरण मंच, और करणी सेना जैसे संगठनों के सदस्य शामिल हुए। इस व्यापक प्रदर्शन के जरिए अलीगढ़ के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और भारत सरकार व अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ठोस कार्रवाई की मांग की।

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