अलीगढ़ में किसानों की महापंचायत : चार महीने के आंदोलन के बाद प्रशासन से बनी सहमति, किसान जमीन पर कर सकेंगे खेती, राकेश टिकैत के पहुंचने पर निकला समाधान

UPT | किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत

Dec 02, 2024 18:27

किसानों और प्रशासन के बीच लंबे समय से चल रहे जमीन विवाद का समाधान निकल आया है। सोमवार को दादों थाना क्षेत्र के सांकरा के हारून कला में आयोजित महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच सहमति बनी।

Short Highlights
  • किसान महापंचायत में बनी सहमति
  • राकेश टिकैत ने आंदोलन की समाप्ति की घोषणा
Aligarh News : किसानों और प्रशासन के बीच लंबे समय से चल रहे जमीन विवाद का समाधान निकल आया है। सोमवार को दादों थाना क्षेत्र के सांकरा के हारून कला में आयोजित महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच सहमति बनी। किसान अब अपनी जमीनों पर फिर से खेती कर सकेंगे। चार महीने से चल रहे इस आंदोलन की समाप्ति की घोषणा राकेश टिकैत ने महापंचायत में की।

क्या है विवाद की पृष्ठभूमि
किसानों का कहना है कि 1966 से पहले जिन जमीनों पर वे खेती करते आ रहे थे, वे उनके नाम पर दर्ज थीं। लेकिन समय के साथ ये जमीनें गंगा नदी में शामिल मानी गईं और सरकारी दस्तावेजों में इन्हें वन विभाग के नाम पर दिखा दिया गया। किसानों का आरोप है कि सरकार के पास इस बात का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं है कि यह प्रक्रिया कैसे हुई।  इन जमीनों पर दशकों से खेती कर रहे किसान अपनी आजीविका बचाने के लिए पिछले चार महीने से आंदोलन कर रहे थे। इस दौरान कई बार प्रशासन और किसानों के बीच बातचीत हुई लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।

किसान महापंचायत में बनी सहमति
महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों ने अपनी मांगों को रखा। इस दौरान प्रशासन की ओर से एडीएम प्रशासन पंकज कुमार और एसपी देहात मौजूद थे। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद कुछ मुख्य सहमतियां बनीं।  जिसमें जिन किसानों के नाम पर जमीन दर्ज है, उन्हें अपनी जमीनों पर खेती करने से नहीं रोका जाएगा। अगले साल से इन विवादित जमीनों पर किसी भी प्रकार का वन विभाग वृक्षारोपण कार्य नहीं करायेगा । जिन किसानों के नाम पर जमीन दर्ज नहीं है, उन्हें प्रशासन द्वारा दूसरी जगह पर जमीन का पट्टा दिया जाएगा।

राकेश टिकैत का बयान
राकेश टिकैत ने महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन से बातचीत सकारात्मक रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अब अपने खेतों पर लौटकर खेती के काम शुरू करें। उन्होंने यह भी कहा कि यह आंदोलन किसानों की एकजुटता और संघर्ष की जीत है। महापंचायत में जमीन विवाद के साथ-साथ अन्य कृषि मुद्दों पर भी चर्चा हुई। किसानों ने मांग की कि भविष्य में उनकी जमीनों पर किसी भी सरकारी कार्रवाई से पहले उनकी राय ली जाए। राकेश टिकैत ने सरकार से किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की मांग की।

राकेश टिकैत ने आंदोलन की समाप्ति की घोषणा
चार महीने के लंबे आंदोलन और महापंचायत के बाद बनी सहमति से किसान संतुष्ट नजर आ रहे हैं। हालांकि, उन्होंने प्रशासन से यह भी कहा कि वादों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। महापंचायत के अंत में राकेश टिकैत ने आंदोलन की समाप्ति की घोषणा की। अब किसान अपनी जमीनों पर वापस लौटकर खेती का काम शुरू करेंगे।

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