बेटी की डोली और पिता की अर्थी एक साथ उठी : कन्यादान के बाद दुल्हन के पिता का निधन, शादी की खुशियां गम में बदलीं  

UPT | शादी के दौरान दुखी परिजन व मेहमान।

Dec 03, 2024 15:43

हाथरस जिले के सादाबाद क्षेत्र में विवाह समारोह के दौरान बेटी के कन्यादान के तुरंत बाद पिताका निधन हो गया। शादी की खुशियां गम में बदल गईं। अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाने लगे लेकिन रास्ते में निधन हो गया।

Hathras News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक विवाह समारोह में उस समय मातम छा गया जब बेटी के कन्यादान के तुरंत बाद पिता की मृत्यु हो गई। शादी की खुशियां गम में बदल गईं और बारात में आए मेहमानों की आंखों में आंसू नजर आने लगे। एक तरफ बेटी की डोली उठ रही थी, तो दूसरी ओर पिता की अर्थी।



शादी के दौरान अचानक बिगड़ी तबीयत
सादाबाद क्षेत्र के गांव थरौरा निवासी यशपाल की सबसे छोटी बेटी सुमन उर्फ भूरी की शादी मथुरा के मंडी चौराहा निवासी सतीश के बेटे गौरी शंकर से तय हुई थी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, बारात गांव के पास सादाबाद-जलेसर मार्ग स्थित डीएस फॉर्म में पहुंची थी। शादी की रस्में खुशी-खुशी पूरी हो रही थीं। मंगलवार सुबह, जब दुल्हन और दूल्हे के बीच फेरे चल रहे थे, तभी अचानक दुल्हन के पिता यशपाल की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत इलाज के लिए आगरा ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।

ताऊ ने निभाई पिता की भूमिका
पिता के अचानक निधन के बाद शादी में गम का माहौल बन गया। हालांकि, शादी की रस्में पूरी कराने की जिम्मेदारी यशपाल के ताऊ अवनीश ने निभाई। उन्होंने दुल्हन की विदाई सुनिश्चित की। विदाई के समय, परिवार ने दुल्हन को इस दुखद खबर की जानकारी नहीं दी। वह खुशी-खुशी ससुराल के लिए विदा हुई।

विदाई के बाद मिली दुखद खबर
जब दुल्हन मथुरा में अपने ससुराल पहुंची, तो उसे फोन पर पिता की मौत की जानकारी दी गई। यह सुनते ही वह उसी जोड़े में वापस अपने मायके लौट आई, जहां खुशी का माहौल था, वहां अब चारों ओर शोक छा गया।

शोक में डूबा परिवार और रिश्तेदार
यशपाल की मृत्यु से पूरे परिवार और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शादी में शामिल होने आए मेहमान भी इस घटना से स्तब्ध थे। विवाह समारोह में खुशी के स्थान पर मातम का माहौल बन गया। इस घटना ने साबित कर दिया कि जिंदगी कितनी अनिश्चित होती है। जहां एक तरफ बेटी ने नए जीवन की शुरुआत की, वहीं पिता का जाना सभी के लिए गहरा दुख बन गया। 

ये भी पढ़े : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आठ लेन का बनेगा : कैबिनेट की मंजूरी, यूपीडा को मिला काम, 1939 करोड़ रुपये खर्च होंगे

Also Read