हाथरस से बड़ी खबर : अपनी इस मांग के लिए ग्रामीणों तीन स्कूलों में जड़ दिया ताला, अधिकारियों से भी हुई नोकझोंक

UPT | धरने पर बैठेे ग्रामीण

Feb 10, 2024 19:44

हाथरस जिले में सासनी क्षेत्र के गांव बिलखौरा के ग्रामीणों द्वारा पिछले छह दिनों से अपने गांव के मार्ग बनवाने की मांग को लेकर तीन परिषदीय स्कूलो में ताला लगाकार धरना दिया जा रहा है।

Hathras News (Suraj Maurya) : हाथरस जिले में सासनी क्षेत्र के गांव बिलखौरा के ग्रामीणों द्वारा पिछले छह दिनों से अपने गांव के मार्ग बनवाने की मांग को लेकर तीन परिषदीय स्कूलों में ताला लगाकार धरना दिया जा रहा है। शनिवार को अधिकारी ग्रामीणों से बात करने के लिए पहुंचे तो उनकी भी ग्रामीणों से तीखी नोक-झोंक हुई। घंटों तक अधिकारी भी वहां डेरा जमाए रहे और ग्रामीणों से उनकी माथा पच्ची हुई, लेकिन ग्रामीण धरने से नहीं उठे और स्कूल भी नहीं खुले। ग्रामीणों का साफ कहना है कि जब तक कोई ठोस आश्वासन नही मिलेगा, तब तक धरना समाप्त नही किया जायेगा।  

छह दिनों से तीन स्कूलों पर लटका है ताला
बता दें कि पिछले 6 दिन से ग्रामीणों ने गांव बिलखौरा कला और बिल खोरा खुर्द के तीन परिषदीय स्कूलों में ताला डाल रखा है और अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे। ग्रामीणों का कहना है  कि उनके गांव का मार्ग बेहद जर्जर अवस्था में है। पिछले 20 साल से इस मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया। यदि उनके बच्चे कक्षा 8 पास भी कर देंगे तो फिर वह अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कस्बे में कैसे भेजेंगे। ग्रामीण अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी कर रहे है। 

घंटों तक मानमनव्वल करतें रहे अधिकारी, नही माने ग्रामीण
शनिवार को एसडीएम सासनी रवेंद्र कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता और अन्य अधिकारी ग्रामीणों से मिलने के लिए पहुंचे। उनके सामने भी ग्रामीण स्कूल के बाहर धरने पर बैठे रहें और स्कूलों में ताला लगा रखा था। अधिकारियों ने जब स्कूल का ताला खुलवाने की कोशिश की तो ग्रामीणों की उनसे नोंक-झोंक हो गई। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप कहा कि जब तक सड़क के निर्माण को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, वह ना तो धरना समाप्त करेंगे और ना ही अपने बच्चों को स्कूल में भेजेंगे। बाद में अधिकारियों ने उनके साथ कई घंटे तक बातचीत की। अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही जर्जर सड़क के निर्माण के लिए ठोस कार्रवाई करेंगे। लेकिन ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से धरना समाप्त करने से मना कर दिया। हालांकि एसडीएम सासनी का कहना है कि ग्रामीणों को समझा बूझकर धरना समाप्त करने का प्रयास किया गया है और ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने का आश्वासन भी दिया है।
 

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