फिजियोथेरेपी के नाम पर जान से खिलवाड़ : अलीगढ़ में कायरो थैरेपी से पूर्व विधायक के बेटे की तबियत बिगड़ी

UPT | डॉ. शेरवानी कायरो थेरेपी से मरीज का इलाज करते हुए।

Jul 11, 2024 14:52

अलीगढ़ में कायरो प्रैक्टिस (chiropractic treatment) के जरिये पूर्व विधायक के बेटे की तबियत बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने डाॅ. शेरवानी थेरेपी सेंटर पर बड़ी कार्रवाई की है। थाना क्वार्सी इलाके के धौर्रा माफी में चल रहे डॉक्टर शेरवानी थेरेपी सेंटर को  सील कर दिया गया।

Short Highlights
  •  कायरो प्रैक्टिस का कोई भी कोर्स भारत में मान्य नहीं है  
  • मशल्स और जोड़ों के दर्द के इलाज का दावा करते हैं 
  • पूर्व विधायक के बेटे का इलाज के दौरान सेहत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने की थी कार्रवाई
Aligarh News : अलीगढ़ में कायरो प्रैक्टिस (chiropractic treatment) के जरिये पूर्व विधायक के बेटे की तबियत बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने डाॅ. शेरवानी थेरेपी सेंटर पर बड़ी कार्रवाई की है। थाना क्वार्सी इलाके के धौर्रा माफी में चल रहे डॉक्टर शेरवानी थेरेपी सेंटर को  सील कर दिया गया है। वहीं, इस मामले में एसोशियेशन आफ सर्टिफाइड  फिजियोथैरेपिस्ट ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही की सराहना की है। बुधवार को दीपक रेस्टोरेंट में एसोशियेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर शेरवानी  कायरो प्रैक्टिस करते हैं और कायरो प्रैक्टिस का फिजियोथैरेपी से किसी प्रकार का संबंध नहीं है, न ही कायरो प्रैक्टिस फिजियोथेरेपी के तहत आता है।  

कायरो प्रैक्टिस का कोई भी कोर्स भारत में मान्य नहीं है  
फिजियोथैरेपिस्ट एसोशियेशन के संस्थापक और यूपी के जनरल सेक्रेटरी डॉक्टर अभय पचौरी ने बताया कि कायरो प्रैक्टिस का कोई भी कोर्स भारत में मान्य नहीं है। न ही किसी यूनिवर्सिटी द्वारा या राज्य सरकार द्वारा इसको कराया जाता है। उन्होंने बताया कि कथित डॉक्टर शेरवानी ने कायरो प्रैक्टिस के नाम से फिजियोथैरेपी क्षेत्र को बदनाम करने व नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। डॉ अभय पचौरी ने बताया कि डॉ शेरवानी कायरो प्रैक्टिस करते हैं। इस तरह के सेंटर कुकरमुत्तों की तरह खुल रहे हैं। जिनका सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार है। स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई कर अपनी कमी को दुरुस्त किया है। उन्होंने कहा कि बड़ी घटना होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है।

मसल्स और जोड़ों के दर्द के इलाज का दावा करते हैं 
 एसोसियेशन के अध्यक्ष डाॅ. अजय शर्मा ने बताया कि इस तरह की प्रैक्टिस करने वालों को लेकर जनता को जागरूक होना चाहिए। यह दो महीने या 4 महीने की प्रैक्टिस कर अपने प्रोफाइल में शामिल कर लोगों का इलाज करने का दावा करते हैं। कायरो प्रैक्टिस एक प्रकार की शारीरिक थेरेपी है, जिसका इस्तेमाल अक्सर मशल्स हड्डियों  और जोड़ों के दर्द  जैसे पीठ  और गर्दन दर्द के  लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि कायरो प्रैक्टिस से किसी का इलाज संभव नहीं है। यह केवल रिलैक्सेशन टेक्निक होती है। इसका किसी बीमारी के इलाज के ट्रीटमेंट से कोई मतलब नहीं है।

पूर्व विधायक के बेटे का इलाज के दौरान सेहत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने की थी कार्रवाई
अलीगढ़ में थाना क्वार्सी के धौर्रा माफी में डॉक्टर शेरवानी थेरेपी सेंटर पर दूर दराज के इलाकों से लोग जोड़ों के दर्द ,गर्दन व पीठ दर्द के इलाज के लिए आते हैं। डॉक्टर शेरवानी थेरेपी सेंटर के यूट्यूब और फेसबुक जैसी सोशल मीडिया पर कई वीडियो पड़े हैं। जिसको देखकर लोग अलीगढ़ में इलाज के लिए पहुंचते हैं, हालांकि डॉक्टर शेरवानी के पास  एमबीबीएस या मेडिकल साइंस की डिग्री होने के सबूत नहीं मिले है। इंस्टाग्राम व यूट्यूब पर कई वीडियो है। जिसमें वह हड्डियों के जोड़ में होने वाले  दर्द को ठीक करने का दावा करते हैं। वही, फिरोजाबाद से आए पूर्व विधायक के बेटे का इलाज के दौरान पैरालिसिस होने पर स्वास्थ्य विभाग को शिकायत की गई।  जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर शेरवानी के थेरेपी सेंटर को सील कर दिया है। वहीं फिजियोथेरेपिस्ट एसोसियेशन ने कायरो थेरेपी को भारत में मान्यता नहीं होने की बात कही है। 

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