Aligarh News : इंडिया गठबंधन में कोई नहीं बचा, सबको अकेले चुनाव लड़ना है : ओम प्रकाश राजभर 

UPT | ओमप्रकाश राजभर ने बंजारा अधिकार महारैली को संबोधित किया।

Jan 30, 2024 15:23

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की केवल दो सीटें ही बची हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में पूर्ण बहुमत से एनडीए ने चुनाव जीता है। कांग्रेस ने महागठबंधन बनाया, ममता बनर्जी ने गठबंधन के लिए मना कर दिया।

Aligarh News : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को इंडिया गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। जिले के कासिमपुर क्षेत्र के हरदोई में बंजारा अधिकार महारैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में अब कोई नहीं रह गया है। सबको अकेले-अकेले चुनाव लड़ना है । उन्होंने सीएए कानून का समर्थन किया, साथ ही मदरसे में प्रभु श्रीराम के बारे में पढ़ाए जाने को लेकर कहा कि पूरे देश में शिक्षा एक जैसी होनी चाहिए । 

ममता बनर्जी ने कर लिया किनारा
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की केवल दो सीटें ही बची हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में पूर्ण बहुमत से एनडीए ने चुनाव जीता है। कांग्रेस ने महागठबंधन बनाया, ममता बनर्जी ने गठबंधन के लिए मना कर दिया। पंजाब में भी मना कर दिया गया, बिहार में नीतीश भाजपा के साथ आ गए। अब दिल्ली का नंबर है । गठबंधन में बचा कौन है, सबको अकेले चुनाव लड़ना है ।  

कांग्रेस सीएए कानून नहीं लागू कर पाई 
सीएए कानून लागू करने के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हम भी इसके पक्षधर हैं। सही मायने में गणना और गिनती हो जाए। सामान नागरिक संहिता की बात है तो दो तरह का कानून नहीं होना चाहिए। जब संविधान एक है तो एक ही कानून होना चाहिए । इसके पक्षधर बाबा साहब अंबेडकर भी थे। कांग्रेस लंबे समय तक रही, लेकिन इसे लागू नहीं कर पाई।  आज भाजपा उस काम को कर रही है तो विपक्ष के लोग सिर्फ विरोध का काम कर रहे हैं । 

पूरे देश में एक सामान शिक्षा पद्धति लागू हो 
मदरसे में भगवान राम की पढ़ाई पर उन्होंने कहा कि जब संविधान एक है, देश एक है तो एक समान शिक्षा क्यों नहीं लागू होती है । इस बात को लेकर हम लड़ाई लड़ते हैं। मदरसे में अलग पढ़ाई, कान्वेंट व प्राइमरी में अलग पढाई क्यों हो रही है।  ओमप्रकाश राजभर ने कहा की आजादी के बाद से बंजारा समाज वंचित, शोषित है। चाहे शिक्षा, राजनीतिक, आवास, शौचालय पेंशन की बात हो, तो यह सब सुविधा उनसे बहुत दूर है। 
 

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