रविवार रात "रामोत्सव" के आनंद में "रामकथा पार्क" में गीत, संगीत, नृत्य के माध्यम से प्रभु श्रीराम की आराधना के स्वर गूंजते रहे। सरयू किनारे बने राम कथा पार्क में सबसे पहले गुजरात से आए कलाकारों ने मिश्रित रास नृत्य के माध्यम से रामजी के बालरूप की आराधना करते हुए प्रस्तुति दी.........