मानवीयता : बरेली में ई-बस के ड्राइवर ने निभाया इंसानियत का फर्ज, यात्री की जान बचाने को दौड़ाई नॉन स्टॉप बस, पैसेंजर को पड़ा था हार्ट अटैक

UPT | बेहोशी के बाद बस में लेटा यात्री

Jan 04, 2025 12:00

बरेली में एक ई-बस के ड्राइवर (चालक) ने इंसानियत (मानवीयता) का फर्ज निभाया है। उसने बस में सवार एक यात्री (व्यक्ति) की जान बचाने को 19 किमी तक नॉन स्टॉप बस दौड़ाई। रास्ते में बिना रुके बस को सीधे अस्पताल तक पहुंचाया। इसके बाद यात्री को तुरंत अस्पताल में भर्ती कर इलाज दिया गया। जिसके चलते यात्री की जान बच गई। बताया जाता है कि बस में सफर कर रहे यात्री को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ था।

Bareilly News : यूपी के बरेली में एक ई-बस के ड्राइवर ने इंसानियत का फर्ज निभाया है। उसने बस में सवार एक यात्री की जान बचाने को 19 किमी तक नॉन स्टॉप बस दौड़ाई। रास्ते में बिना रुके बस को सीधे अस्पताल तक पहुंचाया। इसके बाद यात्री को तुरंत अस्पताल में भर्ती कर इलाज दिया गया। जिसके चलते यात्री की जान बच गई। बताया जाता है कि बस में सफर कर रहे यात्री को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ था। इससे वह बेहोश हो गया। ड्राइवर ने स्थिति की गंभीरता को समझा। इसके बाद ड्राइवर ने तुरंत निर्णय लिया और बस अस्पताल की ओर मोड़ दी। मगर, अब ड्राइवर की हर कहीं तारीफ हो रही है।

ड्राइवर ने बस रोककर पहले आराम से लिटाया
फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के कुरतरा गांव निवासी नन्हे उर्फ लल्ला (21 वर्ष) भिटौरा रेलवे क्रॉसिंग से ई- बस में सवार हुआ था। मगर, सफर के दौरान बस में अचानक बेहोश होकर गिर गया। ड्राइवर और यात्रियों ने सूझबूझ का परिचय दिया। उन्होंने हार्ट अटैक या दौरा पड़ने की उम्मीद जताई। बस ड्राइवर राहुल कुमार ने शाही पुल के पास बस को रोक कर सबसे पहले यात्री को सही से लिटाया। इसके बाद बस को 19 किमी तक नॉन स्टॉप दौड़ाया। रास्ते में बस रोकने के लिए यात्रियों ने काफी कोशिश की। मगर, ड्राइवर ने बस को सीधे नगर पंचायत शीशगढ़ के एक निजी अस्पताल में रोका। यहां डॉक्टर ने तुरंत भर्ती कर इलाज किया। इसके बाद जान बचाई। डॉक्टर ने लल्ला को माइनर अटैक पड़ने की बात कही। बोले, समय से इलाज न मिलने से लल्ला की जान बच गई है। 

कंडक्टर ने यात्री को दिया सीपीआर
यात्री के बस में बेहोश होकर गिरने के दौरान कंडक्टर आशीष यात्रियों के टिकट बना रहे थे। मगर, उन्होंने भी इंसानियत का परिचय दिया। सबसे पहले सीट पर लिटाकर सीपीआर दिया। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज के बाद यात्री की जान बचा ली। इस घटना की जानकारी के बाद यात्री के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। ड्राइवर, कंडक्टर, बस के यात्री और डॉक्टर का शुक्रिया अदा किया। मगर, इसके बाद हर कहीं ड्राइवर और कंडक्टर की तारीफ हो रही है। उनके साथी ड्राइवर और कंडक्टरों के साथ ही बरेली सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के मैनेजर और अन्य लोगों ने भी हौसला अफजाई की। ड्राइवर ने बताया कि नौकरी शुरू करने से पहले यात्रियों की सफर में तबीयत बिगड़ने पर जान बचाने को लेकर ट्रेनिंग भी दी जाती है।

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