बरेली नगर निगम की बोर्ड बैठक में भ्रष्टाचार पर हंगामा : पार्षदों ने सम्मान न मिलने पर जताया गुस्सा, 697 करोड़ का बजट पेश

UPT | बरेली नगर निगम की बोर्ड बैठक

Jan 04, 2025 11:56

बरेली नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने अतिक्रमण टीम पर वसूली का आरोप लगाया। बोले, अफसर पार्षदों के फोन भी नहीं उठाते। निगम में सम्मान न मिलने पर नाराजगी जताई। इसके बाद शहर के विकास कार्यों को नई रफ्तार देने को 699 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया। बोर्ड की बैठक में पहले 697 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। इसको बढ़ाकर 699 करोड़ रुपये किया गया।

Bareilly News : यूपी के बरेली नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने अतिक्रमण टीम पर वसूली का आरोप लगाया। बोले, अफसर पार्षदों के फोन भी नहीं उठाते। निगम में सम्मान न मिलने पर नाराजगी जताई। इसके बाद शहर के विकास कार्यों को नई रफ्तार देने को 699 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया। बोर्ड की बैठक में पहले 697 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। इसको बढ़ाकर 699 करोड़ रुपये किया गया। बैठक मेयर डॉ.उमेश गौतम की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मगर, इस दौरान नगरायुक्त संजीव कुमार मौर्य, अपर नगरायुक्त सुनील कुमार यादव आदि अफसर भी मौजूद थे।

बोर्ड बैठक में वसूली पर छिड़ी बहस 
नगर निगम के पार्षदों ने विकास कार्यों के साथ ही हेल्थ विभाग में भ्रष्टाचार, टैक्स विभाग की मनमानी और अतिक्रमण टीम पर वसूली आदि के आरोप लगाए। इसके बाद बहसबाजी शुरू हो गई। यह बहस कुछ ही देर में जोरदार उग्र हो गई। हालांकि, मेयर और नगर आयुक्त ने मामले को संभाला। पार्षदों की शिकायत के बाद अफसरों ने अतिक्रमण प्रभारी के तबादले का आदेश दिया। इसके साथ ही राजस्व निरीक्षक विवेक कुमार पर अवैध वसूली के आरोप लगे। जिसके चलते मेयर ने उन्हें तत्काल मूल पद पर भेजने का आदेश दिया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.भानु प्रसाद को भी चेतावनी दी गई कि यदि सुधार नहीं हुआ, तो उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया जाएगा।

699 करोड़ रुपये से चमकेगा शहर
नगर निगम की बैठक में शहर के विकास कार्यों को मंजूरी दी गई। बैठक में नगर निगम का 699 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया। नगर निगम बोर्ड की बैठक में पहले 697 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया। मगर, इसको बढ़ाकर 699 करोड़ रुपये कर दिया गया।

फोन न उठाने पर फूटा गुस्सा
नगर निगम की बैठक के दौरान पार्षदों ने तमाम मुद्दों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी पार्षदों के फोन नहीं उठाते हैं। बोर्ड के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। पार्षद गौरव सक्सेना और अब्दुल कय्यूम मुन्ना ने आरोप लगाया कि अतिक्रमण अभियान में वसूली की जा रही है। पार्षद राजेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि टैक्स विभाग धार्मिक स्थलों पर भी बकाया दिखा रहा है और करदाताओं को धमकियां दी जा रही हैं। यह बिलकुल गलत है।

भ्रष्टाचार के नारों से गूंजा सदन 
निगम बोर्ड की बैठक के दौरान सदन में फसल बहार और सूखे पेड़ों की नीलामी को लेकर भी बहस हुई। भाजपा पार्षद शशि सक्सेना ने नीलामी का प्रमाण पेश किया। इसको उद्यान प्रभारी ने नकार दिया। इससे खफा नाराज पार्षदों ने भ्रष्टाचार के नारे लगाए। बैठक में भाजपा और सपा के पार्षदों ने कहा कि पिछले वर्ष कई विकास कार्य अधूरे रह गए। उन्होंने कहा कि 50-50 लाख की धनराशि से स्वीकृत कार्यों के टेंडर अभी तक पूरे नहीं किए जा सकें।दीपावली पर हर वार्ड में 50 नई लाइट लगाने की योजना थी, लेकिन केवल 5 लाइट लगाई गईं हैं।

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