बहराइच में फिर चीत्कार : मासूम को अपनों से छीन ले गया भूखा भेड़िया, बच्ची की मौत, महिला घायल

UPT | भेड़िया

Sep 02, 2024 15:04

भेड़िये ने उसी रात ग्राम पंचायत कोटिया के मजरा बाराबिगहा निवासी कमला देवी (60) पर भी हमला कर दिया। यह घटना रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे हुई। जब कमला देवी अपने घर के आंगन में सो रही थीं। भेड़िये ने अचानक…

Bahraich News : बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र में भेड़ियों का आतंक एक बार फिर लोगों के दिलों में दहशत पैदा कर रहा है। रविवार की रात को ग्राम पंचायत गरेठी गुरदत्त सिंह में एक दो साल की मासूम बच्ची, अंजली, भेड़िये का शिकार बन गई। यह घटना सुबह लगभग 4 बजे हुई। जब अंजली अपनी मां मीनू के साथ कमरे में सो रही थी। अचानक भेड़िये ने अंजली पर हमला किया और उसे दबोचकर गन्ने के खेत की ओर भाग गया। मां मीनू की आंख खुली तो उसने शोर मचाया और भेड़िये का पीछा किया, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर भेड़िया बच्ची को लेकर फरार हो गया। सुबह सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और ड्रोन कैमरे से बच्ची की तलाश शुरू की। लगभग एक किलोमीटर दूर गांव से बच्ची का शव बरामद हुआ। जैसे ही बच्ची का शव मिला, गांव में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए, और पूरे गांव में शोक और डर का माहौल हो गया।



बुजुर्ग महिला पर भेड़िये का हमला
भेड़िये ने उसी रात ग्राम पंचायत कोटिया के मजरा बाराबिगहा निवासी कमला देवी (60) पर भी हमला कर दिया। यह घटना रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे हुई। जब कमला देवी अपने घर के आंगन में सो रही थीं। भेड़िये ने अचानक उन पर हमला कर दिया, जिससे वह जोर से चीख पड़ीं। उनकी चीख सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महसी ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।

बच्चे समेत दो अन्य पर भी हमला
हरदी थाना क्षेत्र में भेड़ियों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार की रात भेड़िये ने ग्राम पंचायत रेहुआ मंसूर के मजरा टांड़ निवासी पारस (7) पर भी हमला किया। पारस अपनी मां के साथ सो रहा था जब भेड़िये ने उस पर हमला किया। पारस की चीख-पुकार सुनकर परिवार के अन्य लोग जाग गए, जिससे भेड़िया भाग गया। गंभीर रूप से घायल पारस को सीएचसी महसी में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। रविवार सुबह कुन्नू लाल (55) पर भी भेड़िये ने हमला किया। कुन्नू लाल तड़के लगभग चार बजे उठे और अपने आंगन में बैठे थे, तभी भेड़िये ने उन पर पीछे से हमला कर दिया। कुन्नू लाल ने भेड़िये से बचने के लिए उसे दोनों हाथों से दबोचने की कोशिश की, लेकिन भेड़िया उन्हें छोड़कर भाग निकला। घटना के बाद उन्हें गले और सिर में गंभीर चोटें आईं और परिजन उन्हें तत्काल सीएचसी महसी ले गए। 

जागरूकता अभियान और जांच चलाया जा रहा है
घटना की जानकारी मिलते ही डीएफओ अजीत प्रताप सिंह, एसडीएम अखिलेश सिंह, नायब तहसीलदार राजेश श्रीवास्तव, और सीओ रूपेंद्र गौड़ समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। अधिकारियों ने ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया और भेड़ियों की तलाश में तेजी लाई। वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे के माध्यम से भेड़िये को पकड़ने की कोशिश की, जिससे कुछ सफलता भी मिली। अब तक भेड़ियों के हमलों में दस लोगों की जान जा चुकी है और 31 लोग घायल हो चुके हैं। वन विभाग ने चार भेड़ियों को पकड़ने में सफलता पाई है, लेकिन बाकी भेड़ियों को पकड़ने के लिए खोजबीन जारी है।

मंडलायुक्त का दौरा और ग्रामीणों से संवाद
शनिवार की रात को मंडलायुक्त शशि भूषण लाल ने भेड़िया प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित गांवों में जाकर ग्रामीणों से मुलाकात की और भेड़िया पकड़ने के लिए जारी प्रयासों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ विधायक महसी सुरेश्वर सिंह और मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह भी मौजूद थीं। मंडलायुक्त ने गांवों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए और वन विभाग के अधिकारियों को ड्रोन कैमरों से निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया।

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