Gonda News : नवरात्रि के दूसरे दिन देवी मंदिर में भक्तों की कतार, जानें क्या है पौराणिक महत्व... 

UPT | काली भवानी मंदिर

Apr 10, 2024 13:33

चैत्र नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। जिले की प्रसिद्ध मां खैरा भवानी और काली भवानी दुर्गा मंदिरों पर सुबह से ही भक्तों द्वारा मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना करके मंगल कामना की जा रही है। सुबह...

Gonda News : चैत्र नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। जिले की प्रसिद्ध मां खैरा भवानी और काली भवानी दुर्गा मंदिरों पर सुबह से ही भक्तों द्वारा मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना करके मंगल कामना की जा रही है। सुबह से ही दोनों मंदिरों में मां के भक्त लाइन लगाकर माता का दर्शन करके आशीर्वाद ले रहे हैं। 

यहां सफल नहीं हुए थे अंग्रेज
दोनों मंदिरों की पौराणिक मान्यता है। यहां पर सैकड़ों वर्षों से लोग लगातार पूजा अर्चना करने ​के लिए यहां आते हैं। मां खैरा भवानी और काली भवानी मंदिरों में नवरात्रि में प्रतिदिन लोग आते हैं और मां के दर्शन करते हैं। चैत्र नवरात्रि को लेकर के जिले के सभी देवी मंदिरों में साफ सफाई के साथ सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मां खैरा भवानी मंदिर के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि यहां पर मां ज्योति के रूप में प्रकट हुईं थीं और यह स्थान एक घना जंगल था। यहां पर अंग्रेजों ने रेलवे लाइन बिछाने का प्रयास किया, लेकिन वह रेलवे लाइन नहीं बिछा पाए थे। तभी से यहां पर भव्य मंदिर का निर्माण किया गया और सैकड़ों वर्षों से यहां पर पूजा अर्चना की जाती है। मंदिर के ठीक बगल में एक पोखरा भी है। लोग कहते हैं कि इसमें सात कुआं है, जो कभी नहीं सूखता है। 

श्रीराम के पूर्वज ने की थी इस मंदिर की स्थापना
मां काली भवानी मंदिर के इतिहास की बात करें तो यह मंदिर भगवान श्रीराम के पूर्वज महाराज दिलीप ने गौमाता की रक्षा के लिए स्थापित की थी। यहां पर भी चैत्र नवरात्रि से पहले भी लोग प्रतिदिन दर्शन करने के लिए आते हैं। मां काली भवानी मंदिर में स्थित मां की मूर्ति की तरह ही मिर्जापुर में स्थित मां विंध्यवासिनी की मूर्ति भी है।

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