Gonda News : किसानों और गल्ला व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है प्रदेश सरकार, अखिलेश यादव ने ट्वीट कर साधा निशाना

UPT | कृषि उत्पादन मंडी समिति।

Apr 12, 2024 20:59

गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को जांच करके पूरे मामले की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वही गल्ला व्यापारियों ने बताया कि पिछले 4 दिनों से गेट पास बंद कर दिया गया है।

Gonda News : सपा मुखिया ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने गोंडा जिले में गेहूं किसानों और व्यापारियों का उत्पीड़न किए जाने को लेकर गल्ला व्यापारियों के पत्र को ट्वीट करके प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार में गेहूं की तरह किसान भी पीसा जा रहा है। गेहूं किसानों और व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस ट्वीट के बाद गोंडा जिले में हड़कंप मचा हुआ है। 

डीएम ने जांच के दिए आदेश
गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को जांच करके पूरे मामले की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वही गल्ला व्यापारियों ने बताया कि पिछले 4 दिनों से गेट पास बंद कर दिया गया है। इससे हम लोग प्रदेश के बाहर गेहूं को नहीं भेज पा रहे हैं। अगर गेहूं बाहर नहीं भेजा जाएगा तो गेहूं का मूल स्वत: काम हो जाएगा। सरकार द्वारा बिचौलियों और सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से औने-पौने दामों पर सरकारी केंद्रों पर तौल किया जा रहा है। जिससे किसानों को उनके फसल गेहूं का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
गल्ला व्यापारियों ने सपा मुखिया को भेजा पत्र 
दरअसल गोंडा के गल्ला व्यापारियों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को गुरुवार को एक पत्र भेजकर गोंडा में गेहूं किसानों और व्यापारियों के साथ किए जा रहे उत्पीड़न को लेकर अवगत कराया था। सपा सुप्रीमो ने गल्ला व्यापारी संघ के अध्यक्ष विकास जैन और व्यापारी मनीष अग्रवाल के पत्र का संज्ञान लेते हुए ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है। गल्ला व्यापारियों ने सपा सुप्रीमो को पत्र भेज कर आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं खरीद किसानों से 2275 प्रति क्विंटल के दर से की जा रही है और बाजार में मूल्य अधिक होने के कारण किसानों द्वारा गेहूं सरकारी केंद्रों पर न देकर व्यापारियों को बेचा जा रहा था, इससे उनके उपज का अधिक मूल प्राप्त हो रहा था। लेकिन राज्य सरकार द्वारा किसानों का शोषण करने के लिए गेहूं को प्रदेश के बाहर भेजने पर अनाधिकृत रूप से रोक लगा करके मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर दिया गया है। इससे व्यापारी प्रदेश के बाहर गेहूं नहीं भेज पा रहे हैं और किसानों को उनके फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। जिससे व्यापारी, सहयोगी,कर्मचारी,मजदूर पल्लेदार भी परेशान है उनकी जीविका भी प्रभावित हो रही।

क्या कहा गल्ला व्यापारियों ने
गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष विकास जैन ने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों से प्रदेश के बाहर जो हम लोगों द्वारा गेहूं भेजा जा रहा था। उसका पास नहीं बन पा रहा है। रोक लगा दी गई है। मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर दिया गया है। इससे हम लोग बाहर अपना गेहूं नहीं भेज पा रहे हैं। बड़े गल्ला व्यापारी मनीष अग्रवाल ने बताया कि मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर देने से हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि हमारे यहां काफी संख्या में कर्मचारी मजदूर और पल्लेदार काम करते हैं। अगर हम लोगों का गेहूं बाहर नहीं जाएगा तो हम लोग कैसे उनकी मजदूरी देंगे और हम लोगों का शोषण किया जा रहा है। क्योंकि जब गेहूं बाहर जाएगा तभी उसका उचित मूल्य मिल पाएगा। 
   

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