घरों में सुबह से ही पूजन की तैयारी चल रही है। महिलाएं पूजन में लगने वाले फल और सामानों को धुलकर दउरी में रख रही हैं। साथ ही प्रसाद के लिए घरों में ठेकुआ बन रहा है। दोपहर बाद महिलाएं मंगलगीत गाते हुए घाटों पर जाएंगी और पानी में खड़ी होकर भगवान सूर्य की उपासना करेंगी।