फ्लैश बैक 2024 : कुशीनगर पुलिस की सख्त कार्रवाई से अपराध में आई कमी, आवास की समस्या भी हुई दूर

UPT | अपराध पर काबू पाने में पुलिस की सफलता

Dec 30, 2024 12:36

कुशीनगर में वर्ष 2024 में प्रभावी पुलिस कार्रवाई और आवासीय सुविधाओं में सुधार के कारण अपराध में कमी आई है। गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाई और महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों ने जिला पुलिस की उपलब्धियों को और मजबूत किया

kushinagar News : वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। वर्ष के आखिरी कुछ घंटों में पुलिस अपराधियों के खिलाफ अपनी ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी रखे हुए है। लूट, छिनैती, शराब तस्करी और गौ तस्करी जैसी अपराधों पर सख्ती से नकेल कसते हुए पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की और उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया। इसका असर यह हुआ है कि इस वर्ष कुशीनगर में अपराधों में काफी कमी आई है। साथ ही, पुलिस कर्मियों के आवास की समस्या को भी इस वर्ष दूर किया गया है।

पुलिस कार्रवाई और गैंगस्टर एक्ट का लागू होना
वर्ष 2024 में जिले में शराब और गो-तस्करों के साथ कई बार मुठभेड़ हुई, जिनमें दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई। इन मुठभेड़ों में 50 से अधिक तस्कर घायल हुए। गो-तस्करों की आर्थिक कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने 70 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लागू किया और चार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की। इसके साथ ही लूट, छिनैती और शराब तस्करी में लिप्त अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप इन अपराधों में बड़ी कमी आई है।

महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी
वर्ष 2024 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई। यौन अपराधों के कुल 117 मामले इस वर्ष दर्ज किए गए हैं, जो कि पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ की गई कठोर कार्रवाई का परिणाम है। पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर काबू पाने के लिए कई सख्त कदम उठाए, जिससे महिलाओं को सुरक्षा का अहसास हुआ और अपराधों में कमी आई।

पुलिस आवास और सुविधाओं में सुधार
पुलिस विभाग ने इस वर्ष अपने कर्मियों के लिए बेहतर आवास की सुविधाएं मुहैया कराईं। कई वर्षों से पुलिस कर्मियों को आवास की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन इस वर्ष पुलिस लाइन और थाना क्षेत्रों में नए हॉस्टल बैरक का निर्माण किया गया। पुलिस लाइन में पुरुष और महिला बैरक की सुविधा प्रदान की गई, जिसमें 18 फ्लैट (टाइप A, B और C) पुलिस अधिकारियों के लिए तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, 100 पुरुष और 100 महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग-अलग बैरक बनाए गए हैं, जिनकी लागत करीब 7 करोड़ रुपये आई है।

महिला पुलिसकर्मियों के लिए वॉशरूम और शौचालय
महिला पुलिसकर्मियों के लिए अलग से वॉशरूम और शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। 17 थानों में यह निर्माण कार्य चल रहा है, जिसकी कुल लागत 91 लाख 53 हजार रुपये है। इस पहल से महिला पुलिसकर्मियों के लिए सुविधाएं बेहतर होंगी और वे अपने कार्य में और अधिक सक्षम महसूस करेंगी। 

 अग्निशमन केंद्रों का निर्माण
कुशीनगर जिले में अग्निशमन केंद्रों के निर्माण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। कप्तानगंज, हाटा और कसया में नए अग्निशमन केंद्रों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इन केंद्रों का निर्माण 31 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है, जो कि इलाके में आग से संबंधित घटनाओं के समय त्वरित प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा। 

वर्ष 2024 की प्रमुख पुलिस उपलब्धियां
वर्ष 2024 में कुशीनगर पुलिस ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं:
18 मार्च : अंतरराज्यीय बंजारा डॉक्टर गिरोह का पर्दाफाश हुआ और तीन गिरफ्तार हुए। यह गिरोह निजी उपचार के नाम पर ठगी करता था।
8 जुलाई: पुलिस ने जीएसटी अधिकारी बनकर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया और नौ अपराधियों को गिरफ्तार किया।
24 सितंबर: पुलिस ने नकली नोटों की तस्करी में लिप्त दो समाजवादी पार्टी के नेताओं सहित दस तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक के नकली नोट, असलहे, सुतली बम और फर्जी आधार कार्ड बरामद किए।
इन उपलब्धियों ने यह साबित कर दिया कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में सक्षम है और वे किसी भी स्थिति में अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

नागरिकों के लिए पहल
पुलिस ने नागरिकों के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिससे पीड़ितों को त्वरित न्याय मिल रहा है। एसपी द्वारा शुरू की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रणाली के तहत सभी सर्कल अधिकारियों (CO), थाना प्रभारी (SHO) और निरीक्षकों को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जुड़ने का निर्देश दिया गया है। इस प्रणाली के माध्यम से शिकायतकर्ताओं की समस्याओं को तुरंत सुना जाता है और संबंधित थाना प्रभारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते हैं, जिससे पीड़ितों को त्वरित राहत मिलती है।

2025 के लिए लक्ष्य
जैसे-जैसे 2024 समाप्त हो रहा है, कुशीनगर पुलिस विभाग 2025 में भी अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पुलिस विभाग का उद्देश्य अपराधों में और कमी लाना और कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करना है। साथ ही, पुलिस कर्मियों के लिए और भी बेहतर सुविधाएं और आवास सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे, ताकि वे अपनी ड्यूटी पूरी तत्परता से निभा सकें।
वर्ष 2024 में अपराधों में कमी लाने के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वे जिले के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुए हैं और आने वाले वर्ष में पुलिस की ये सफलता और भी बेहतर परिणाम देने वाली साबित होगी।

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