बड़ी खबर : अब आपदा में ड्रोन से दवाई और वैक्सीन लोगों तक पहुंचाएगा गोरखपुर एम्स

Uttar Pradesh Times | गोरखपुर एम्स।

Jan 08, 2024 12:49

गोरखपुर एम्स केंद्र सरकार के ड्रोन प्रोजेक्ट में शामिल होने जा रहा है। ऐसे में ड्रोन सेवा यहां सुलभ हो जाएगी। यह पहल एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने की है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए दो प्रोजेक्ट में गोरखपुर एम्स को भी शामिल करने पर अपनी रजामंदी दे दी है।

Short Highlights

- गोरखपुर एम्स केंद्र सरकार के ड्रोन प्रोजेक्ट में होगा शामिल 
- बीआरडी और एमएमएमयूटी में बनेगा ड्रोन का लांचिंग पैड
- नए कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने की घोषणा

Gorakhpur News (अमित श्रीवास्तव) :  गोरखपुर एम्स अब उन चुनिंदा चिकित्सा संस्थानों में शामिल होने जा रहा है जो आपदा के समय ड्रोन से दवाई व वैक्सीन भेजने में सक्षम है। एम्स 200 किलोमीटर की दूरी तक जरूरतमंदों तक दवाई पहुंचा सकेगा। दरअसल गोरखपुर एम्स केंद्र सरकार के ड्रोन प्रोजेक्ट में शामिल होने जा रहा है। ऐसे में ड्रोन सेवा यहां सुलभ हो जाएगी। यह पहल एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने की है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए दो प्रोजेक्ट में गोरखपुर एम्स को भी शामिल करने पर अपनी रजामंदी दे दी है। बीआरडी औरएमएमआईटी में ड्रोन के लिए लॉन्चिंग पैड तैयार किया जाएगा।

वायुसेना बेस से सटे होने के कारण जो फ्लाइंग जोन में आता है एम्स
वायुसेना के बेस से सटे होने के कारण एम्स फ्लाइंग जोन में आता है। इसे रेड जोन भी कहते हैं। ऐसे में पहले एम्स प्रशासन ने ड्रोन प्रोजेक्ट को लेकर रुचि नहीं दिखाई थी, लेकिन नए निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने इसकी राह निकाली। उन्होंने बताया कि वह ड्रोन का ट्रायल एम्स परिसर के बाहर दूसरी जगहों से करना चाहते हैं। इसको लेकर जिम पोर्टल पर टेंडर भी जारी किया जा चुका है। 

50 से 200 किलोमीटर की दायरे में ड्रोन से भेजी जा सकेंगी दवाएं
डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि ड्रोन सेवा शुरू करने में बीआरडी मेडिकल कॉलेज और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से मदद ली जाएगी। इन दोनों जगहों पर ड्रोन का लांचिंग पैड बनाया जाएगा। यही से एम्स दवाई वैक्सीन और दूसरे संसाधन को ड्रोन के जरिए भेज सकेगा। उन्होंने बताया कि एमएमएमयूटी की टेक्नोलॉजी की मदद से ड्रोन से 50 से लेकर 200 किलोमीटर के दायरे में दवाई और वैक्सीन को भेजा जा सकेगा। जल्द ही इसके लिए ट्रायल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरी और डुमरी खास में भी इसका ट्रायल होगा।

एम्स में लगेगा येलो फीवर का टीका
दक्षिण अमेरिका व अफ्रीकी देश की यात्रा करने वाले पूर्वांचल के लोगों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। इन देशों की यात्रा से पहले अब गोरखपुर एम्स में ही येलो फीवर का टीका लगाया जा सकेगा। पहले टीका लगवाने के लिए दिल्ली या लखनऊ जाना पड़ता था। एम्स के सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा के विभाग अध्यक्ष प्रो. हरिशंकर जोशी ने बताया कि पूर्वी यूपी पश्चिम विहार और नेपाल से विदेश जाने वाले लोगों को इससे सहूलियत होगी। अभी तक या टीका प्रदेश में केवल केजीएमयू में ही सप्ताह में एक दिन लगता है।
 

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