Jan 09, 2025 06:39
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कानपुर के एसजीएसटी कार्यलय में फर्जी नियुक्ति लेटर लेकर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचने वाले लोगो के बाद अब इस मामले एक और खुलासा हुआ है।जिस पद के लिए सभी नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी ज्वाइन करने का दावा कर रहे थे।जांच में पता चला है कि जो पद उस विभाग में है ही नही उस पद के लिए सभी को नियुक्ति पत्र थमा दिया गया।
Kanpur News: कानपुर के एसजीएसटी कार्यलय में फर्जी नियुक्ति लेटर लेकर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचने वाले लोगो के बाद अब इस मामले एक और खुलासा हुआ है।जिस पद के लिए सभी नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी ज्वाइन करने का दावा कर रहे थे।जांच में पता चला है कि जो पद उस विभाग में है ही नही उस पद के लिए सभी को नियुक्ति पत्र थमा दिया गया।इससे साफ नजर आ रहा है की नौकरी लगवाने के नाम से लोगो से ठगी की गई है।इस पद के लिए कोई एक व्यक्ति ठगी का शिकार नहीं हुआ है,बल्कि 55 लोग इस नौकरी के नाम पर ठगे गए है।
फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे थे कार्यलय
बता दें कि बीते मंगलवार को जीएसटी कार्यालय में बालागंज निवासी आयुष कुमार नाम का एक युवक व कई अन्य लोग एसजीएसटी विभाग पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों से मिलकर विभाग में जूनियर क्लर्क पद पर नौकरी ज्वाइन करने की बात कही।सभी के पास एसजीएसटी विभाग में नौकरी ज्वाइन करने का ज्वाइनिंग लेटर भी था।वही इस लेटर में एसजीएसटी विभाग में तैनात रहे अपर आयुक्त ग्रेड वन के हस्ताक्षर भी थे।जब यह ज्वाइनिंग लेटर अपर आयुक्त ग्रेड वन आर एस विद्यार्थी ने देखा तो उन्होंने लेटर को फर्जी करार देते हुए कहा कि तत्कालीन अपर आयुक्त के हस्ताक्षर वाला लेटर काफी पुराना है।अधिकारी अब तो रिटायर भी हो चुके है। लेटर फर्जी होने पर उन्होंने बताया कि अब सीधे तौर पर कोई भी नियुक्ति नहीं होती है। चयन आयोग कार्यालय से ही नियुक्ति का प्रावधान है यह मामला पूरी तरह से ठगी से जुड़ा है। जिसकी जानकारी उन्होंने क्षेत्रीय थाने को भी दी।
एसजीएसटी के उपायुक्त प्रशासन ने दी जानकारी
एसजीएसटी के उपायुक्त प्रशासन सूरज पाल ने बताया कि मंगलवार को सात आठ युवक व युवतियां आए थे।अफसरों की जांच में सभी लेटर फर्जी पाए गए थे।साथ ही उन्होंने ये बताया की लखनऊ के आयुष सिंह ने ये बताया था कि जूनियर क्लर्क के लिए उसने लखनऊ के एक कॉलेज में लिखित परीक्षा दी थीं।6 लाख रुपए भी दिए थे।बताया की 3 जनवरी को घंटाघर स्थित एक होटल में बुलाया गया।जहां पर सभी को नियुक्ति से जुड़ी जानकारी दी गई थी। ठगी होने पर कार्यालय पहुंचे लोग रिपोर्ट लिखाने की बात कहकर चले गए थे।उन्होंने बताया की विभाग में जूनियर क्लर्क का पद सालो पहले खत्म कर दिया गया था।अब जूनियर असिस्टेंट का पद विभाग में है।नियुक्ति पत्र में ग्रेड पे पर 4600 लिखा था,जो अफसरों का वेतनमान होता हैं।
एसीपी कल्यानपुर ने दी जानकारी
एसीपी कल्यानपुर अभिषेक पांडे ने बताया की मामला संज्ञान में है,लेकिन अभी मामले को लेकर किसी भी तरह की थाने पर कोई तहरीर नहीं आई है। तहरीर आते ही मामले पर जांच कर कर्रवाई की जाएगी।