जेल में शिक्षा की बयार : अनपढ़ों को शिक्षित कर रहे पढ़े-लिखे कैदी, बदल रही तस्वीर

UPT | Kanpur News

Feb 08, 2024 21:41

कानपुर की जेल से एक अच्छी खबर सामने आई है। जहां जेल प्रशासन की ओर से एक खास पहल के तहत शिक्षा की बयार बहने लगी है। जिसके चलते जेल में बंद पढ़े-लिखे कैदी अब अनपढ़ कैदियों को शिक्षित कर रहे हैं।

Kanpur News : कानपुर की जेल से एक अच्छी खबर सामने आई है। जहां जेल प्रशासन की ओर से एक खास पहल के तहत शिक्षा की बयार बहने लगी है। जिसके चलते जेल में बंद पढ़े-लिखे कैदी अब अनपढ़ कैदियों को शिक्षित कर रहे हैं। इसको लेकर जेल अधीक्षक ने ऐसे पढ़े लिखे कैदियों को इस खास पहल के तहत जेल की तस्वीर बदलने जिम्मा दिया है। जो जेल के कार्यो में सहयोग करने के साथ-साथ अन्य कैदियों को शिक्षित भी कर रहे हैं।

यह है पूरा मामला
दरअसल कानपुर जेल अधीक्षक बीडी पांडेय बंदियों को सुधारने के लिए हर दिन एक नयी पहल कर रहे हैं। उनका ये कहना है, कि जेल में आने वाला जो भी बंदी अंगूठा लगाकर आए और जब वह बाहर निकले तो हस्ताक्षर करके निकले। इसी को लेकर कानपुर जेल में बंद पढ़े-लिखे बंदियों को यहां की तस्वीर को बदलने के लिए लगाया गया है। जहां बीएड-एमएड और पीएचडी कर चुके बंदी जेल के अंदर ही क्लास चला रहे हैं और अन्य बंदियों को शिक्षित कर रहे हैं।

जेल में बंद अनपढ़ कैदी पा रहे शिक्षा
जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया, "कानपुर जेल में करीब 2355 बंदी हैं। इसमें से 450 पुरुष और 49 महिलाएं पढ़ी-लिखी हैं। जिनमें हाईस्कूल, बीए, एमए से लेकर बीएड-एमएड, पीएचडी, बीटेक, एमसीए, बीसीए, बी. फार्मा और सिविल इंजीनियरिंग समेत अन्य उच्च शिक्षा वाले बंदी शामिल हैं। इन सभी को चिह्नित करने के बाद उनकी रुचि के आधार पर अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। यह बीए, एमए, बीएड और एमएड वाले जेल में अनपढ़ और कम पढ़े लिखे लोगों को साक्षर करने में लगे हैं। यहां पर प्राइमरी से लेकर इंटर तक की क्लास चलाई जाती हैं। इन क्लासों में पढ़ने वाले अनपढ़ बंदी अब अखबार पढ़ना सीख गए हैं और अपने हस्ताक्षर भी करते हैं।

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