सीसामऊ विधानसभा सीट पर सपा सोलंकी परिवार लगा सकती है दांव : बीजेपी-बसपा के दावेदार शीर्ष नेताओं की चौखट पर दे रहे दस्तक

UPT | इरफान सोलंकी।

Jun 17, 2024 00:30

कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय माना जा रहा है। इंडिया गठबंधन के दावेदारों के साथ ही बीजेपी और बसपा के दावेदार भी सामने आ रहे हैं। वहीं, सपा सोलंकी परिवार पर दांव लगा सकती है। लेकिन सोलंकी परिवार की तरफ चुनाव लड़ने को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

Kanpur News :: यूपी के कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी पर कानूनी शिकंजा कस चुका है। इरफान सोलंकी को कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी मामले में 7 साल की सजा सुनाई है। उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द होना तय है। सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। सपा सोलंकी परिवार पर दांव लगा सकती है। फिलहाल अंतिम फैसला सोलंकी पर परिवार पर छोड़ा गया है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा ने मिलकर लड़ा था। जिसके परिणाम सब के सामने है। सपा ने यूपी में एतिहासिक जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस भी एक सीट सीट से छह सीट पर पहुंच गई है। यूपी की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस और सपा दोनों ही पार्टियां उपचुनाव भी मिलकर लड़ेंगी। ऐसे हालातों में सीसामऊ विधानसभा सीट पर कांग्रेस और सपा दोनों पार्टियों से नेता और कार्यकर्ता दावेदारी ठोंक रहे हैं।

पिता की राजनीतिक विरासत संभाल रहे थे इरफान
हाजी मुश्ताक सोलंकी की राजनीतिक विरासत उनके बेटे इरफान सोलंकी संभाल रहे थे। इरफान पिता के निधन के बाद से लगातार विधायक बन रहे थे। सीसामऊ विधानसभा सीट पर बीजेपी की पिछले कई दशक से नजर थी। बीजेपी सीसामऊ सीट पर पूरी ताकत के साथ उतरेगी। बीजेपी किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतने का प्रयास करेगी।

बीजेपी किस पर लगाएगी दांव
बीजेपी और बसपा दोनों ही पार्टियों के बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता सीसामऊ सीट पर दावेदारी करनी शुरू कर दी है। दावेदार शीर्ष नेताओं के घरों और दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। उन्हे जीत का समीकरण समझा रहे हैं। बसपा इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी उतार सकती है। वहीं, बीजेपी इस सीट पर किस प्रत्याशी पर दांव लगाएगी यह देखने वाली बात होगी। जबकि सीसामऊ सीट मुस्लिम बाहुल क्षेत्र है।

इरफान की पत्नी हैं प्रबल दावेदार
सीसामऊ सीट पर सबसे बड़ी दावेदार इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी मानी जा रही है। इरफान की मां भी दावेदार हैं, लेकिन उनकी उम्र ज्यादा होने की वजह से चुनाव लड़ने से इंकार कर सकती हैं। दावेदारों में सपा के नगर अध्यक्ष फजल महमूद और पूर्व विधायक सतीश निगम का नाम भी सामने आ रहा है। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नौशाद आलम के मुताबिक विधानसभा चुनाव और उपचुनाव को लेकर गठबंधन की स्थिति पर रणनीति तय होगी।

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