कुंडली खंगालने पर पुलिस के सामने आये कई नाम,  अपराध के 'दाग' मगर पिस्टल खोसकर घूम रहीं महिलाएं

फ़ाइल फोटो | प्रतीकात्मक

May 01, 2024 15:06

लोकसभा चुनाव को सकुशल कराने के लिए पुलिस कमिश्नर ने आपराधिक इतिहास वाले असलहा  धारकों की लगातार थानावार उन की पहचान कराई जा रही है। जिसमें आपराधिक इतिहास वाली ऐसी  महिलाओं के नाम भी सामने आए है। जिनका आपराधिक इतिहास होने के बावजूद भी उन्हें लाइसेंस जारी किया गया।

Short Highlights

-550 ऐसे असलहा लाइसेंस धारक हैं, जिनका आपराधिक इतिहास 

-पांच महिलाओं का नाम, लाइसेंस निरस्त किया गया

Lucknow news। लोकसभा चुनाव को सकुशल कराने के लिए पुलिस कमिश्नर ने आपराधिक इतिहास वाले असलहा  धारकों की लगातार थानावार उन की पहचान कराई जा रही है। जिसमें आपराधिक इतिहास वाली ऐसी  महिलाओं के नाम भी सामने आए है। जिनका आपराधिक इतिहास होने के बावजूद भी उन्हें लाइसेंस जारी किया गया। जिसके बाद सभी प्रभारी निरीक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर इन आपराधिक इतिहास वाली महिला लाइसेंस धारकों के लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई को अमली जामा पहनाया जा रहा है। बताते चलें कि पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर के आदेश पर लखनऊ कमिश्ररेट के सभी थानों के प्रभारी निरीक्षक सघन अभियान चलाकर आपराधिक इतिहास वाले लाइसेंसी धारकों पर शिकंजा कस रहे हैं।  जिसमें अब तक करीब 550 ऐसे असलहा लाइसेंस धारक मिले हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। जिसमें ज्यादा तर तो पुरुष असलहा लाइसेंस धारकों के नाम है, लेकिन इसमें  कई नाम महिलाओं के भी सामने आए हैं। जिनका आपराधिक इतिहास मिला है। जिसमें  हुसैनगंज थाना क्षेत्र के माल एवेन्यू निवासी प्रियंका जुनेजा पत्नी स्वप्निल जुनेजा का नाम शामिल है। इनके नाम से शस्त्र लाइसेंस नंबर 835/ एचयूजे जारी किया गया है। इसी तरह रागिनी शुक्ला पत्नी सुरेन्द्र कुमार निवासी 56/06 कैनाल कॉलोनी सिंचाई विभाग थाना, हुसैनगंज को असलहा लाइसेंस नंबर 4/660 डीवीवीएल जारी किया गया है। वही गोमतीनगर थाना क्षेत्र के विशाल खंड निवासी प्रियंका सिंह और बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के चंन्दाकोडर में रहने वाली रेखा सिंह पत्नी इन्द्रपाल सिंह के नाम से दो असलहा  लाइसेंस जिसका नंबर 470/2008 और 448/2006 जारी किया गया है। इसी तरह माल थाना क्षेत्र के  आँट गढी सारा निवासी मंजू पत्नी स्व. भूपेन्द्र सिंह के नाम असलहा लाइसेंस संख्या 807 जारी किया है। इनका भी आपराधिक इतिहास मिला है। सूत्रों की मानें तो अभी और भी कई ऐसी महिलाओं के नाम सामने आ सकते हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। फिर भी आंख बंद कर उन्हें असलहे का लाइसेंस सौंपा गया है।

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