यूपी बिजली विभाग में बड़ा एक्शन : भ्रष्टाचार में शामिल 9 अभियंता निलंबित, घटिया सामग्री के उपयोग का मामला

UPT | यूपी बिजली विभाग

Sep 15, 2024 01:48

उत्तर प्रदेश बिजली विभाग में बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने 9 अभियंताओं को निलंबित कर दिया है।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश बिजली विभाग में बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने 9 अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। इनमें अलीगढ़ क्षेत्र में घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर मुख्य अभियंता से लेकर सहायक अभियंता तक की मिलीभगत सामने आई है। कार्यवाही के दायरे में आए अभियंताओं में दो मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता शामिल हैं।

कार्यदायी संस्था द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग
अलीगढ़ क्षेत्र में विभागीय कार्य के लिए कार्यदायी संस्था श्री गणेश इंटरप्राइजेज को 2022-23 में निविदा दी गई थी। विभागीय जांच में पता चला कि इस संस्था ने कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया था। सामग्री मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई और दस्तावेजों में भी घोटाला उजागर हुआ। इस पूरे मामले में अभियंताओं की मिलीभगत साबित हुई है। इसके बाद पावर कॉर्पोरेशन ने जांच समिति गठित की, जिसने पाया कि मुख्य अभियंता राघवेंद्र, जो उस समय अलीगढ़ विद्युत वितरण क्षेत्र में अधीक्षण अभियंता थे, ने अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस लापरवाही के चलते राघवेंद्र को निलंबित कर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

अन्य अभियंताओं की मिलीभगत
मुख्य अभियंता सुबोध कुमार शर्मा को भी इस मामले में निलंबित किया गया है। मार्च में उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्हें निलंबित कर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम से संबद्ध किया गया है। सहायक अभियंता शत्रुघ्न चौहान, जो उस वक्त गंगोरी कौड़ियागंज उपखंड के अधिकारी थे, पर आरोप है कि उन्होंने सामग्री लगाए जाने से पहले उसकी भौतिक जांच नहीं की। उन्हें निलंबित कर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के बांदा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। 

रिश्वतखोरी के आरोप में भी कार्रवाई
अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल को रिश्वतखोरी के आरोपों में निलंबित किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने उपकेंद्रों की मरम्मत और पार्क सौंदर्यीकरण के टेंडरों में ठेकेदार से कमीशन लिया। इसी तरह संगम लाल यादव, अधिशासी अभियंता, ने भी अधिकारियों पर रुपये लेकर नियुक्ति करने का आरोप लगाया है। इन दोनों अभियंताओं पर भी जांच जारी है और उन्हें मुरादाबाद मुख्य अभियंता मुख्यालय और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

ब्लैक लिस्टेड और रिपोर्ट दर्ज
इस पूरे मामले में कार्यदायी संस्था श्री गणेश इंटरप्राइजेज को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है और उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। इस घोटाले में शामिल सभी अभियंताओं की संपत्तियों और उनकी कार्यशैली की जांच के लिए पावर कॉर्पोरेशन द्वारा अलग-अलग समितियां गठित की गई हैं।

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