भाजपा में बड़ा बदलाव : सीएम योगी ने बदले मंत्रियों के प्रभार, देखें पूरी लिस्ट

UPT | सीएम योगी ने बदले मंत्रियों के प्रभार।

Sep 12, 2024 22:42

यूपी में उपचुनाव से पहले मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव किया गया है। इसमें सूर्य प्रताप शाही और सुरेश खन्ना जैसे दिग्गज मंत्रियों का नाम भी शामिल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला किया।

Lucknow News : यूपी में उपचुनाव से पहले मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों को नए सिरे से जिलों की जिम्मेदारी दी है। मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के पास 25-25 जिलों का प्रभार है और हर चार महीने में जिलों के प्रभार का रोटेशन किया जाएगा। इन बदलावों में सूर्य प्रताप शाही और सुरेश खन्ना जैसे दिग्गज मंत्रियों का नाम भी शामिल है। इनमें 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 19 राज्य मंत्री हैं।

सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या-बहराइच का प्रभार
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या और बहराइच का प्रभारी बनाया गया है। जबकि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को वाराणसी और लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है। स्वतंत्र देव सिंह को गोरखपुर और प्रयागराज का प्रभार मिला है। बेबी रानी मौर्य को झांसी और हाथरस मिला है। गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी को अलीगढ़ औऱ कासगंज का जिम्मा मिला है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को आगरा और फर्रुखाबाद मिला है। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को मेरठ और उन्नाव का प्रभार मिला है।

नन्द गोपाल गुप्ता नंदी को मिर्जापुर-बांदा
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी को मिर्जापुर और बांदा का प्रभार मिला है। अनिल राजभर को आजमगढ़ और सिद्धार्थनगर का जिम्मा मिला है। एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को रायबरेली और बलरामपुर के साथ नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को जौनपुर और भदोही का जिम्मा दिया गया है। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को कानपुर नगर और फिरोजाबाद, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल को बस्ती, संजय निषाद को कानपुर देहात, पंचायती राज, अल्पसंख्यक कल्याण एवं मुस्लिम वक्फ व हज मंत्री ओमप्रकाश राजभर को सुल्तानपुर, कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान को  गोण्डा, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा को सहारनपुर और विज्ञान एवं  प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार को मुरादाबाद का प्रभार दिया गया।
 
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को इन जिलों की जिम्मेदारी
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) में नितिन अग्रवाल (लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती), कपिल देव अग्रवाल (बिजनौर, हापुड़), रवीन्द्र जायसवाल (सोनभद्र, गाजीपुर), संदीप सिंह (मथुरा, एटा), गुलाब देवी (बदायूं), गिरीश चन्द्र यादव(मऊ, अबेडकरनगर), धर्मवीर प्रजापति (इटावा, संभल), असीम अरुण (गाजियाबाद, हरदोई),  जेपीएस राठौर (बरेली, रामपुर), दया शंकर सिंह (प्रतापगढ़, देवरिया), नरेन्द्र कश्यप (शाहजहांपुर, मैनपुरी), दिनेश प्रताप (कुशीनगर, कौशाम्बी), अरुण कुमार सक्सेना (बुलंदशहर), दया शंकर मिश्र दयालु (बलिया, महराजगंज) को आयुष विभाग का प्रभार दिया गया है।

राज्य मंत्रियों को इन जनपदों का मिला प्रभार 
राज्य मंत्रियों में मंत्री मयकेश्वर सिंह (सीतापुर), दिनेश खटिक (शामली), संजीव गौड़ (चंदौली), बलदेव ओलख (पीलीभीत), अजीत सिंह पाल (फतेहपुर), जयवंत सैनी (बागपत), रामकेश निषाद (हमीरपुर), मनोहर लाल मन्नू कोरी (चित्रकूट), संजय गंगवार (जालौन), बृजेश सिंह (गौतमबुद्धनगर), केपी मलिक(अमरोहा), सुरेश राही (बाराबंकी), सोमेन्द्र तोमर (मुजफ्फरनगर), प्रतिभा शुक्ला (औरैया), राकेश राठौर (महोबा), रजनी तिवारी (कन्नौज), सतीश शर्मा (अमेठी), दानिश आजाद अंसादी (ललितपुर), विजय लक्ष्मी गौतम को (संतकबीरनगर) का प्रभार दिया गया।

सीएम योगी के निर्देश
  • जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में मंत्री प्रत्येक माह में कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभारी जनपद में प्रवास करेंगे।
  • जिले के सम्मानित प्रबुद्ध नागरिक, धर्माचार्यों, प्रगतिशील किसानों, व्यापारिक संगठनों सहित सामाजिक नेताओं के समूहों के साथ प्रत्येक प्रवास में किसी एक के साथ बैठक अवश्य होनी चाहिए। 
  • शासन से संबंधित मुद्दों को प्रभारी मंत्री कोर कमेटी से चर्चा करके प्रत्येक माह शासन में संबंधित विभाग व मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके प्रस्तुत करेंगे।
  • जिले की समीक्षा बैठक में जनशिकायतों को मेरिट के आधार पर निस्तारित किया जाना अपेक्षित है। 
  • केन्द्र और राज्य सरकार की विकास परियोजनाओं, लोक कल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय स्तर पर प्रवास के दौरान भौतिक सत्यापन भी होना चाहिए।
  • स्थानीय पर्यटन विकास की संभावनाओं की तलाशकर प्रचार-प्रसार पर चर्चा होनी चाहिए। जनपद में प्राप्त निवेश के प्रस्तावों की समीक्षा कर उद्यमी मित्रों और स्थानीय बैंकर्स के साथ चर्चा की जाए।
  • जनपद में पुलिस-प्रशासन के साथ यातायात समस्या के सम्बन्ध में बैठक। जनपद में सड़क सुरक्षा के उपायों की समीक्षा करें। आकांक्षात्मक विकास खण्डों की समीक्षा अनिवार्य रूप से जिले की समीक्षा बैठक में होनी चाहिए।
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण एवं कार्यक्रमों की समीक्षा। आयुष्मान कार्ड, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
  • कानून व सुरक्षा संबंधी विषयों, राजस्व विभाग से जुड़े हुए विषयों को जैसे वरासत, पैमाइश, नामांतरण, लैण्ड यूज सहित आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा कर मेरिट के आधार पर निस्तारण और विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय और संबंधित विभाग को अनिवार्य रूप से भेजी जानी चाहिए।
  • निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, ग्राम सचिवालय, क्रय केन्द्र, फेयर प्राइस शॉप, कृषि विज्ञान केन्द्र में से किसी एक का भौतिक निरीक्षण प्रवास के दौरान करना अपेक्षित है।
  • अटल आवासीय विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय, विद्यालय, राजकीय महाविद्यालयों, निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण, पॉलीटेक्निक, आईटीआई के संचालन की समीक्षा की जाए।
  • चिकित्सालयों में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता। आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क योजना, ग्राम सचिवालयों के निर्माण, गांव में तैनात कार्मिकों की उपस्थिति आदि का निरीक्षण करना आवश्यक है।

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