अपर्णा यादव नाराजगी की चर्चा के बीच पहुंचीं मेदांता अस्पताल : महंत नृत्य गोपाल दास की सेहत का जाना हाल

UPT | मेदांता अस्पताल में महंत नृत्य गोपाल दास की सेहत की जानकारी करने पहुंचीं अपर्णा यादव

Sep 09, 2024 20:21

अपर्णा यादव का महंत नृत्य गोपाल दास को देखने मेदांता अस्पताल में आना इसलिए भी चर्चा में रहा, क्योंकि हाल ही में उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नामित किया गया है। बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव इस पद से खुश नहीं हैं।

Lucknow News : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की हालत गंभीर बनी हुई है। राजधानी के मेदांता अस्पताल में डॉक्टर उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। अयोध्या के साधु संत उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। इस बीच भाजपा से नाराजगी की खबरों के बीच मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने सोमवार को मेदांता जाकर महंत नृत्य गोपाल दास का हालचाल जाना। अपर्णा यादव ने उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना की।   

महंत नृत्य गोपाल दास की स्थिति गंभीर
मेदांता अस्पताल ने महंत नृत्य गोपाल दास के सेहत को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी किया है। इसमें बताया गया है कि अयोध्या के महंत श्री नृत्य गोपाल दास को दिनांक 8 सितंबर 2024 शाम 6:30 बजे मेदांता अस्पताल में यूरीनरी समस्या और मुंह के रास्ते कम आहार लेने की समस्या के चलते आईसीयू में डॉक्टर दिलीप दुबे की निगरानी में भर्ती किया गया था। महंत जी की स्थिति गम्भीर बनी हुई है और विशेषज्ञों की निगरानी में आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है।

राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब तक पद नहीं संभाला
अपर्णा यादव का महंत नृत्य गोपाल दास को देखने मेदांता अस्पताल में आना इसलिए भी चर्चा में रहा, क्योंकि हाल ही में उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नामित किया गया है। बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव इस पद से खुश नहीं हैं। वह इसे कम अहमियत वाला ओहदा मान रही हैं। इसे लेकर उन्होंने पार्टी नेताओं से अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। हालांकि ये बात साफ तौर पर सामने नहीं आई है। लेकिन, कहा जा रहा है​ अपर्णा यादव ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात भी की।

आयोग की अध्यक्ष सहित सरकार के मंत्रियों के पास जवाब नहीं
अपर्णा यादव को क्या आश्वासन मिला, ये तो साफ नहीं हो पाया है। लेकिन, जिस तरह से उन्होंने अपना पदभार अभी तक ग्रहण नहीं किया है, उससे माना जा रहा है कि उनकी नाराजगी बरकरार है। उधर राज्य महिला आयोग में भी इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान बीते शुक्रवार को अपना पदभार ग्रहण कर चुकी हैं। इसके अलावा एक अन्य उपाध्यक्ष चारू चौधरी और अन्य सदस्यों ने भी अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। लेकिन, अपर्णा यादव के मुद्दे पर किसी के पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं है।

पदभार ग्रहण करने को लेकर स्थिति साफ नहीं
बबीता चौहान ने अपना पदभार ग्रहण करते समय अपर्णा यादव के नाराजगी को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि वह उनसे बात भी करेंगी। लेकिन, अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुई है। उधर कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य भी अपर्णा यादव की नाराजगी और पदभार ग्रहण करने या नहीं करने पर पल्ला झाड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इसका फैसला अपर्णा यादव ही लेंगी। अपर्णा यादव की नाराजगी के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर प्रमुख पदों पर अपने लोग बैठाने का आरोप लगा चुके हैं।  

महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद पहली बार आईं नजर
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान अपर्णा यादव सामने नहीं आईं और न ही उन्होंने कोई टिप्पणी की। सोमवार को वह सार्वजनिक रूप से मेदांता अस्पताल में नजर आईं। अपर्णा यादव वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गई थीं। तब उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद अब उन्हें महिला आयोग में उपध्यक्ष बनाया गया है, जिसे लेकर वह नाराज हैं। अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव 2017 में लखनऊ पूर्व से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं, उन्हें भाजपा उम्मीदवार डॉ. रीता बहुगुणा जोशी से हार का सामना करना पड़ा था।

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