भाई की घिनौनी साजिश का पर्दाफाश : बहन का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर हड़पे लाखों रुपये, गिरफ्तार

UPT | हसनगंज पुलिस स्टेशन

Oct 26, 2024 12:14

जांच में सामने आया कि गौरव ने यह फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से बनवाया था। इसके आधार पर उसने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट से अपनी बहन के नाम से निवेश की गई राशि को हड़प लिया। पुलिस ने आरोपित गौरव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।

Lucknow News : राजधानी में एक व्यक्ति ने निजी अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से अपनी बहन का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाया और इसके जरिए एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड से 21.66 लाख रुपये निकाल लिए। जब इस धोखाधड़ी की जानकारी उसकी बहन को मिली तो उन्होंने हसनगंज पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस ने आरोपित भाई को गिरफ्तार कर लिया है और फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।

कानपुर में रहती है बहन
डालीगंज में रहने वाली गरिमा गुप्ता वर्तमान में कानपुर नगर में रहती हैं। 16 अगस्त 2023 को उन्होंने अपने भाई गौरव गुप्ता के खिलाफ हसनगंज पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि उनकी मां प्रेमा गुप्ता ने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश किया था। प्रेमा के पास 18 पोर्टफोलियो थे, जिनमें से 15 में गरिमा को नॉमिनी बनाया गया था जबकि शेष तीन पोर्टफोलियो में गौरव और गरिमा दोनों ही नॉमिनी थे।



मां के निधन के बाद शुरू हुई साजिश
हसनगंज पुलिस के इंस्पेक्टर ने बताया कि 1 नवंबर 2011 को चौक स्थित न्यू मेट्रो हॉस्पिटल में प्रेमा गुप्ता का निधन हुआ था। इसके बाद से ही गौरव गुप्ता संपत्ति हड़पने की योजना बनाने में जुटा था। वर्ष 2015 में उसने कोर्ट में उत्तराधिकार हासिल करने के लिए आवेदन किया, जिसमें उसने दावा किया कि उसकी बहन गरिमा गुप्ता की मृत्यु 21 फरवरी 2015 को हो चुकी है। इस दावे को प्रमाणित करने के लिए गौरव ने बाराबंकी के गदिया स्थित मेयो मेडिकल हॉस्पिटल का एक फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया।

फर्जी दस्तावेज बनवाने में अस्पताल का सहयोग
जांच में सामने आया कि गौरव ने यह फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से बनवाया था। इसके आधार पर उसने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट से अपनी बहन के नाम से निवेश की गई राशि को हड़प लिया। पुलिस ने आरोपित गौरव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की भी जांच की जा रही है, जिन्होंने इस योजना में उसकी मदद की थी।

जांच में पुलिस को मिली अहम जानकारियां
पुलिस ने बताया कि इस मामले में गहन जांच की जा रही है। गौरव द्वारा प्रस्तुत किए गए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा रही है। इसके अलावा, अस्पताल के उन कर्मचारियों की भी जांच की जा रही है जो फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में शामिल थे। पुलिस ने प्रकरण में जल्दी ही और आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही है। इस मामले ने परिवार में संपत्ति विवाद और धोखाधड़ी के नए आयाम को उजागर किया है। 
 

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