यूपी के विद्यालयों में शिक्षा सप्ताह : छात्रों को कौशल विकास और डिजिटल ज्ञान से लैस करने पर जोर

UPT | शिक्षा सप्ताह

Jul 26, 2024 15:48

योगी सरकार बचपन से ही छात्रों को कौशल विकास से जोड़कर भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग के 'शिक्षा सप्ताह' के तहत बच्चों को कौशल विकास...

Lucknow News : यूपी में बचपन से ही छात्रों को कौशल विकास से जोड़कर भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में जोर दिया जा रहा है। शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग के 'शिक्षा सप्ताह' के तहत बच्चों को कौशल विकास से जुड़ी जानकारी दी गई और इसके फायदे बताए गए। परिषदीय विद्यालयों के जरिए योगी सरकार प्रदेश में शिक्षा का बेहतरीन माहौल बनाने और उत्तर प्रदेश को 'निपुण प्रदेश' बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। कौशल विकास भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा बन रहा है।
 
स्कूल में मनाया गया शिक्षा सप्ताह
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय विद्यालयों में 22 से 28/29 जुलाई तक 'शिक्षा सप्ताह' मना रहा है। इसके तहत प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हो रहा है। शिक्षा सप्ताह के प्रत्येक दिन एक विशिष्ट गतिविधि में बच्चों को शामिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में शिक्षा सप्ताह के पांचवें दिन, बेसिक शिक्षा विभाग ने 'कौशल एवं डिजिटल इनिशिएटिव्स दिवस' मनाया। इस दौरान बच्चों को कौशल से जुड़ी जानकारियां दी गईं और उनके भविष्य को संवारने के लिए परिषदीय शिक्षकों ने अनूठे अंदाज में इसको प्रस्तुत किया। दिन भर चले कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों के भविष्य को तय करने वाली जानकारियां दी गईं।

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बुनियादी पहलुओं को सीखने का मिला अवसर 
शिक्षा सप्ताह के पांचवें दिन बच्चों को संचार, बिक्री तकनीक और विपणन रणनीतियों में कौशल विकसित करने का अभ्यास करने का अवसर मिला। विशिष्ट ऐतिहासिक स्थलों के समृद्ध इतिहास के बारे में बताया गया। इसके साथ ही ऐतिहासिक स्थलों के सांस्कृतिक महत्व को समझाया गया। कृषि और प्राकृतिक वातावरण को दिखाया गया। इससे बच्चों को देखकर सीखने की प्रेरणा मिली। इसके साथ ही उन्हें घरेलू कामकाज की जानकारी में खाना बनाना, सफाई और बागवानी जैसी गतिविधियों से परिचित कराया गया। बच्चों को नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया और उनमें तकनीकी समाधान विकसित करने का प्रयास किया गया। प्रतिभागियों को अपने कौशल दिखाने और सुधारने का मौका मिला, वहीं उन्हें मीडिया, मनोरंजन, एनीमेशन और डिजिटल माध्यमों की भी जानकारी दी गई। बच्चों को डिजाइन थिंकिंग से परिचित कराया गया और समस्या-समाधान प्रक्रिया से भी परिचित कराया गया। इसके अलावा जरूरतों और परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रचनात्मक समाधान तक पहुंचने के टिप्स दिए गए।

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