हरदोई में चमत्कारिक मंदिर : यहां हैं पढ़े लिखे हनुमान, दीवारों पर लिखने से पूरी होती हैं मन्नतें 

UPT | बालाजी मंदिर हरदोई

Mar 20, 2024 13:19

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में हरदोई-लखनऊ राजमार्ग पर खेतुई गांव में स्थित बालाजी मंदिर का चमत्कारिक इतिहास काफी पुराना है। कुछ लोग मंदिर में स्थित बालाजी की मूर्ति को पढ़े-लिखे हनुमान ...

Short Highlights
  • हरदोई के खेतुई स्थित पढ़े-लिखे हनुमान की चमत्कारिक की महिमा निराली।
  • बच्चे, बूढ़े और जवान मन्नत मांगने के लिए पहुंचते हैं नंगे पैर।
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में हरदोई-लखनऊ राजमार्ग पर खेतुई गांव में स्थित बालाजी मंदिर का चमत्कारिक इतिहास काफी पुराना है। कुछ लोग मंदिर में स्थित बालाजी की मूर्ति को पढ़े-लिखे हनुमान के नाम से भी बुलाते हैं। मंदिर की खासियत तब और बढ़ जाती है, जब मंदिर के आसपास की दीवारों पर अलग-अलग तरीके की मन्नतें लिखी हुईं दिखाई पड़ती हैं। कहीं पर लिखा होता है, बालाजी मुझे पास करवा देना, तो कहीं पर लिखा होता है कि बालाजी मुझे प्रधान बनवा देना। कहीं पर बालाजी मेरी शादी करवा देना लिखा दिखाई देता है। ऐसी ही मन्नतों से बालाजी मंदिर की दीवारों पर लिखी होती हैं। 

भक्त दीवारों पर लिखते हैं अर्जियां
हरदोई के बालाजी मंदिर के महंत नागेंद्र दास बताते हैं कि बालाजी की मूर्ति चमत्कारिक है। यहां मंगलवार और शनिवार को भक्तों का तांता लगा रहता है। बाबा से मन्नत मांगने वाले बड़ी दूर-दूर से आते हैं। ऐसा हनुमान चालीसा में भी वर्णित है कि निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करैं सनमान, तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान। हनुमान जी कलियुग के जीवंत देवता हैं। यह भक्तों के कारज क्षण में पूरे कर देते हैं। इस मंदिर में मन्नतों का दौर लगातार जारी है। लोगों का ऐसा मानना है कि बालाजी रात में आकर सभी मन्नतों को पढ़कर पूरा कर देते हैं। इसीलिए इन्हें पढ़े-लिखे हनुमान के नाम से भी बुलाया जाता है।

कई बार साक्षात दिखाई पड़ी हैं शक्तियां
मंदिर के महंत ने बताया कि मूर्ति रहस्यमयी शक्तियों से परिपूर्ण है। इसके असर कई बार साक्षात दिखाई पड़े हैं। कोरोना काल में भी गाइडलाइन के अनुसार दर्शन का सिलसिला जारी रहा था। कुछ दिनों के लिए मंदिर को एहतियातन बंद करना पड़ा था, लेकिन पूजा-अर्चना का दौर लगातार जारी रहा था। मंगलवार के दिन बड़ी दूर-दूर से नंगे पैर भक्त बालाजी महाराज के दर्शन करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त से ही आने शुरू हो जाते हैं। 

मन्नत मांगने नंगे पैर पहुंचते हैं भक्त
इस मंदिर के प्रति असीम श्रद्धा रखने वाले भक्त सरल तिवारी ने बताया कि बाबा के भक्तजनों में नवयुवक, बेरोजगार लोगों की संख्या ज्यादा होती है। बाबा अपने यहां आने वालों की हरसंभव सहायता करते हुए मन्नत पूरी करते हैं। भक्त अतुल का कहना है कि इस मंदिर में दीवार पर लिखने से सभी मुरादें पूरी होती हैं। हमने तो मंदिर की दीवारों पर जो भी लिखकर मन्नत मांगी, पूरी हुई हैं। मन्नत पूरी होने के बाद हमने बालाजी का लड्डुओं से भोग लगाया था और उस प्रसाद का वितरण किया था। मंदिर का प्रांगण अतिविशाल है और रामभक्त बालाजी हनुमान की महिमा अपरंपार है।

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