शिक्षक दिवस पर गुरु सम्मानित : बग्गा ने कहा- मां हर बच्चे की पहली शिक्षक 

UPT | खालसा कॉलेज में शिक्षकों को सम्मानित करते प्रबंधक राजेंद्र सिंह बग्गा।

Sep 06, 2024 01:18

शिक्षक दिवस पर बृहस्पतिवार को राजधानी में विभिन्न जगहों पर शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किए गए। सीतापुर रोड पर मोहिबुल्लापुर में बाल निकुंज बालिका इंटर कॉलेज में 27 शिक्षक व शिक्षिकाओं को विशिष्ट पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

Lucknow News : शिक्षक दिवस पर बृहस्पतिवार को राजधानी में विभिन्न जगहों पर शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किए गए। सीतापुर रोड पर मोहिबुल्लापुर में बाल निकुंज बालिका इंटर कॉलेज में 27 शिक्षक व शिक्षिकाओं को विशिष्ट पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा कॉलेज प्रबंधक पुष्पा जायसवाल ने कॉलेज की अलग-अलग शाखाओं के 425 शिक्षक-शिक्षिकाओं और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

इनका हुआ सम्मान
सम्मानित होने वाले टीचरों में सुधीर मिश्रा, अनूप कुमारी शुक्ला, रश्मि शुक्ला, भगवती भण्डारी, आशीष श्रीवास्तव, अनीता मौर्या, पूर्णिमा सिंह, शैलेंद्र सिंह, अरुण कुमार, महिमा पांडिया,  नीति सिन्हा, दिनेश तिवारी, बीबी सिंह, मीरा मिश्रा, जया पांडेय, रीना पांडेय, अंशु मिश्रा, एकता सक्सेना, नवल कुमार, योगेंद्र सिंह, अंजू निगम, प्रीति त्रिवेदी, सरस्वती भारद्वाज आदि शामिल हैं। 

खालसा इंटर कॉलेज में सम्मानित हुए शिक्षक
नाका के गुरुद्वारा रोड स्थित खालसा इंटर कॉलेज के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि उप्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह, कॉलेज प्रबंधक राजेंद्र सिंह बग्गा, लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत एवं कॉलेज के प्रधानाचार्य वीरेंद्र सिंह ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। समारोह में शिक्षकों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कालेज के प्रबंधक सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने कहा कि बच्चे की सबसे पहली और बड़ी शिक्षक मां होती है। वह अपने बच्चे से कभी खफा नहीं होती। मां की गोद में ही बच्चा बहुत कुछ सीख जाता है। 

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुस्तक का जिक्र 
बग्गा ने देश के महान वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति  डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा लिखित पुस्तक मेरी जीवन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस पुस्तक में उन्होंने वैज्ञानिक एवं देश का राष्ट्रपति बनने का श्रेय अपनी मां के आशीर्वाद को ही दिया है। उन्होंने कहा कि मां की दुआ कभी खाली नही जाती, मां की दुआ खुदा से भी टाली नहीं जाती। इससे पूर्व उन्होंने भारत रत्न, शिक्षक शिरोमणी एवं देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया। 

शिक्षक बनने का सपना रखने वाले छात्र सीखने की ललक रखें
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में कुलपति नरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षक के रूप में हमें विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देना चाहिए। विद्यार्थी जो भविष्य में शिक्षक बनना चाहते हैं उनको सीखने की ललक हमेशा रखनी चाहिए उन्होंने कहा कि शिक्षकों को भी अपने दायित्व का निष्पक्षता से निर्वहन करना चाहिए। विद्यार्थियों को भी स्वयं को अनुशासित करते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए। आज गुरु की परिभाषा बदल गई है।  

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