लखीमपुर खीरी में शिक्षक की लेटलतीफी पड़ी भारी : छात्रों ने कहा-स्कूल में रोज 12 बजे आते हैं गुरुजी, बीएसए ने किया निलंबित

UPT | लखीमपुर खीरी में शिक्षक की लेटलतीफी पड़ी भारी

Aug 19, 2024 02:17

लखीमपुर खीरी के पलिया क्षेत्र में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय चौरी के एक शिक्षक की रोजाना देर से स्कूल आने की आदत आखिरकार उस पर भारी पड़ गई।

Lakhimpur Kheri News : लखीमपुर खीरी के पलिया क्षेत्र में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय चौरी के एक शिक्षक की रोजाना देर से स्कूल आने की आदत आखिरकार उस पर भारी पड़ गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के बाद, जिसमें छात्रों ने शिक्षक की लेटलतीफी को उजागर किया था, बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने सहायक अध्यापक दिनेश कुमार को निलंबित कर दिया है।

वीडियो वायरल होने पर हुआ खुलासा
यह मामला तब प्रकाश में आया जब शनिवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में विद्यालय के छात्रों को यह कहते हुए सुना और देखा गया कि उनके शिक्षक रोजाना लगभग 12 बजे के आसपास स्कूल आते हैं। वीडियो में शिक्षक की खाली कुर्सी भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी, जो इस बात का प्रमाण थी कि शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते थे।



15 अगस्त को भी स्कूल नहीं पहुंचे थे शिक्षक
वीडियो के वायरल होने के बाद, बीईओ रमन सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की। जांच के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि शिक्षक नियमित रूप से देर से विद्यालय पहुंचते थे। इसके अलावा, यह भी सामने आया कि 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, जब सभी को स्कूल में उपस्थित होना चाहिए था, उस दिन भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे। 

बीएसए ने किया निलंबित
जांच के आधार पर, बीईओ ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंपी, जिसमें शिक्षक की अनुशासनहीनता और कर्तव्य के प्रति लापरवाही की पुष्टि की गई। रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए, बीएसए ने सहायक अध्यापक दिनेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस घटना ने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है और अन्य शिक्षकों के लिए एक सख्त संदेश दिया है कि कर्तव्यों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्रों की ओर से शिक्षक के खिलाफ की गई इस शिकायत ने यह भी साबित कर दिया कि अब बच्चे भी अपनी शिक्षा के प्रति जागरूक हैं और अनुशासनहीनता के खिलाफ आवाज उठाने से नहीं हिचकिचाते।

विद्यालय ने किया फैसले का स्वागत
विद्यालय के छात्रों और उनके अभिभावकों ने बीएसए के इस कदम का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से अन्य शिक्षकों में भी अनुशासन का भाव पैदा होगा और वे अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक गंभीरता से पेश आएंगे। वहीं, शिक्षा विभाग ने भी सभी शिक्षकों को समय पर विद्यालय पहुंचने और अपने कर्तव्यों का पालन करने के निर्देश दिए हैं, ताकि छात्रों की शिक्षा में कोई बाधा न आए। 

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