Lakhimpur Kheri News : धोखे से स्टांप पेपर पर प्रधान से हस्ताक्षर कराए, कोर्ट के आदेश से सहमे आरोपी

UPT | धोखे से स्टांप पेपर पर प्रधान से हस्ताक्षर कराए।

Oct 17, 2024 14:53

ग्राम पंचायत निंबोरिया के प्रधान को झांसा देकर स्टांप और सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने और जातिसूचक गालियां देने के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट ने लेखपाल समेत सभी...

Short Highlights
  • तहसीलदार ने कार्रवाई से बचने के लिए लेखपालों के साथ मिलकर योजना बनाई। 
  • धोखे से सादे स्टांप व कागजों पर हस्ताक्षर कराकर लेखपाल ने अपने पास रख लिया।
Lakhimpur Kheri News : ग्राम पंचायत निंबोरिया के प्रधान को झांसा देकर स्टांप और सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने और जातिसूचक गालियां देने के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट ने लेखपाल समेत सभी आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश निघासन पुलिस को दिए हैं। 

क्या है पूरा मामला
ग्राम पंचायत निंबोरिया के प्रधान झगडू ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर बताया कि उसकी ग्राम पंचायत में 70 मकान प्रधानमंत्री आवास व मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने हैं। उसने ग्रामसभा का प्रस्ताव पारित कर भूमि की श्रेणी परिवर्तन का प्रस्ताव राजस्व अधिकारी को भेजा था। लेकिन, तहसील प्रशासन ने धारा 66(2) राजस्व संहिता के तहत कार्रवाई करने का आदेश पारित किया। लेकिन, तहसीलदार ने एक व्यक्ति का घर गिराने का आदेश दिया। इस संबंध में पीड़ित ने उच्च न्यायालय में याचिका प्रस्तुत की। उच्च न्यायालय ने तहसीलदार निघासन को व्यक्तिगत रूप से अभिलेख के साथ हाजिर होने के आदेश दिए। 

ऐसे रची साजिश
तहसीलदार ने कार्रवाई से बचने के लिए लेखपाल मोहन कश्यप, उत्तम कश्यप और सुधीर वर्मा के साथ मिलकर योजना बनाई। वह 13 अगस्त 2024 को विकासखंड निघासन गए। वहां से तहसीलदार ने उत्तम कश्यप को भेजकर प्रधान को तहसील बुलाया और वह बाइक से उत्तम के साथ तहसील पहुंचे। वहां मोहन कश्यप और सुधीर कुमार पहले से मौजूद थे। उन्होंने उसे लंबित आवासों के मामले निस्तारित करने का झांसा दिया। सुधीर कुमार से मोहन कश्यप ने सादे कागज और स्टांप मंगवाये। धोखा देकर सादे स्टांप व कागजों पर हस्ताक्षर कराकर लेखपाल ने सभी कागज अपने पास रख लिए। आरोप है कि इसके बाद सभी आरोपियों ने उसे अपमानित किया और जेल भिजवाने की धमकी देने लगे। उसने घटना की शिकायत डीएम और एसपी से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करने के बाद थाना निघासन पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना करने के आदेश दिए हैं।

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