Lakhimpur Kheri News : सीएमओ बोले-एसीएफ के माध्यम से जिले भर में टीबी रोगियों को खोजेगा स्वास्थ्य विभाग

UPT | सीएमओ डॉ सन्तोष गुप्ता

Sep 09, 2024 23:19

शासन के निर्देश पर एक्टिव केस फाइन्डिग एसीएफ कार्यक्रम 09 सितम्बर दिन सोमवार को शुरू हो गया है। जिसके अन्तर्गत...

Lakhimpur Kheri News : शासन के निर्देश पर एक्टिव केस फाइन्डिग एसीएफ कार्यक्रम 09 सितम्बर दिन सोमवार को शुरू हो गया है। जिसके अन्तर्गत 10 दिनों तक चलने वाले अभियान में टीम बनाकर टीबी के रोगियों की खोज की जायेगी। अभियान को सफल बनाने के लिए जिला टीबी अस्पताल सहित सभी सीएचसी के अन्तर्गत टीमों का गठन भी कर दिया गया है। 



सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि एक्टिव केस फाइन्डिग कैम्पेन के लिए जनपद में लक्षित क्षेत्र चयनित किये गये है, जिनमें मलीन बस्तियां , हाई रिस्क जनसंख्या वाले क्षेत्र, अनाथालय, वृद्वाआश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, चिन्हित समूह (सब्जी मण्डी, फल मण्डी व लेवर मार्केट) निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के स्थान ईट भत्ते, स्टोन क्रेशर, खदान सहित साप्ताहिक मार्केट बाजार इत्यादि शामिल हैं। जिनकी रिपोर्ट निक्षय पोर्टल पर भी अपलोड की जायेगी। जनपद में सम्पूर्ण कार्यक्रम 20 सितम्बर तक जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता के नेतृत्तव में चलाया जायेगा। जनपद में संचालित कार्यक्रम में 289 टीम में लगाई गई हैं। मॉनिटरिंग के लिए 58 सुपरवाइजर व 22 सेक्टर सुपरवाइजर लगाए गए।

शासन को भेजी जायेगी रिपोर्ट
वहीं जिला स्तरीय मानिटरिंग के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अनुसार एसीएमओ व डिप्टीसीएमओ को मानीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। जिसमें एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार गुप्ता को पसंगवा, मोहम्मदी, बाकेगंज व गोला की मानीटरिंग का जिम्मा सौंपा गया है तो वहीं एसीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश मिश्रा को रमियाबेहड़, धौरहरा नकहा व ईसानगर, डिप्टीसीएमओ डॉ. लाल जी पासी को बिजुआ व फूलबेहड, डिप्टीसीएमओ डॉ. अमितेश दत्त द्विवेदी को लखीमपुर नगर क्षेत्र व फरधान, डिप्टी सीएमओ डॉ. प्रमोद कुमार को बेहजम व मितौली, डिप्टी सीएमओ डॉ. अमित कुमार सिह को पलिया व निधासन की मानीटरिंग दी गयी है। सभी सीएचसी से निर्धारित प्रारूप पर मुख्यालय को रिपोर्टिग की जायेगी, जिसके बाद यह रिपोर्ट शासन को भेजी जायेगी।

क्या है टीबी के लक्षण
02 सप्ताह से अधिक खासी, 02 सप्ताह से अधिक बुखार बल्गम से खून आना, भूख में कमी, वनज का कम होना, रात में पसीना आना, गले में गाठ का होना, महिलाओं में बाझपन की समस्या इत्यादि शामिल है।

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