Lucknow News : अब शिक्षकों को मिलेगी एक लाख तक की सहायता, शादी के लिए अनुदान राशि बढ़ी

UPT | शादी के लिए अनुदान राशि बढ़ी

Aug 17, 2024 01:57

शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की अध्यक्षता में शिक्षकों के हित में बड़ा निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में...

Lucknow News : शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की अध्यक्षता में शिक्षकों के हित में बड़ा निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत गंभीर रोगों से ग्रसित शिक्षकों को अब एक लाख रुपये तक की सहायता दी जा सकेगी। वहीं दिवंगत शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए भी अनुदान राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।

एक लाख रुपये की राशि की जाए
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान कोष से दी जानी वाली सहयोग राशि पर भी विचार -विमर्श किया गया। बैठक में चर्चा करने के बाद सहमति बनी कि मृत शिक्षकों की बेटियों के शादियों के लिए दी जाने वाली आर्थिक अनुदान की राशि 10 हजार बहुत ही कम है। इसे बढ़ाकर एक लाख रुपये की राशि की जाए। वहीं गंभीर रोगों से ग्रस्त शिक्षकों को दी जाने वाली धनराशि 30 हजार रुपये से बढ़ाकर अधिकतम एक लाख करने की सहमति दी गई।

आवेदन-पत्र ऑनलाइन लिया जाएं
कार्यकारिणी समिति की बैठक में मंत्री ने कहा कि लंबित प्रकरणों के समय से निस्तारण के लिए राज्य कार्यकारिणी की होने वाली बैठक  6 महीने के स्थान पर प्रत्येक 3 महीने में आहूत की जाए। साथ ही योजना के तहत प्रदेश के गंभीर रोगों से ग्रस्त शिक्षकों व उनके आश्रितों की सहायता के आवेदन-पत्र ऑनलाइन लिया जाएं। इसके लिए एक पोर्टल विकसित कर समय से प्रकरणों का निस्तारण किया जाए।

 10 रुपये प्रति झंडे निर्धारित किया गया
पोर्टल तथा समय-सारणी की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक तीन सदस्यीय समिति के गठन पर भी सहमति बनी। बैठक में कहा गया कि योजना के अंतर्गत शिक्षक दिवस पर 02 रुपये मूल्य के सांकेतिक झंडे बच्चों द्वारा दिए जाते हैं। यह राशि बहुत ही कम होने की वजह से क्लास-1 से 8 तक के छात्रों से 05 रुपये की सांकेतिक सहयोग राशि और क्लास- 9 से 12 तक के विद्यार्थियों से 10 रुपये प्रति झंडे निर्धारित की गई। बैठक में विशेष सचिव वित्त आरएल त्रिपाठी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव, माध्यमिक व बेसिक शिक्षा के प्रधानाचार्य आदि शामिल थे।

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