यूपी में मानसून का कहर : लगातार हो रही बारिश ने गिराए घर, सड़कें बनीं तालाब और घरों में घुसा पानी

UPT | लगातार बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त।

Sep 13, 2024 00:27

उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता और तूफान का प्रभाव काफी गंभीर हो गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश जिलों में अत्यधिक मूसलधार बारिश हुई है, जो सामान्य स्तर से 75 प्रतिशत अधिक है...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता और तूफान का प्रभाव काफी गंभीर हो गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश जिलों में अत्यधिक मूसलधार बारिश हुई है, जो सामान्य स्तर से 75 प्रतिशत अधिक है। इस भारी बारिश और तूफान के कारण कई जगह मकान ढह गए हैं, पेड़ गिरने की घटनाएं हुई हैं और सड़कें धंस गई हैं। 8 जिलों में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर गंभीर हो गई है। भारी बारिश के कारण ट्रेनों की गति भी प्रभावित हुई है, जिससे ट्रेनें गंतव्य पर देरी से पहुंच रही हैं। कुल मिलाकर, पिछले 24 घंटों की बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है।

1. मैनपुरी में गिरा कच्चा मकान
मैनपुरी में पिछले दो दिनों की लगातार बारिश के कारण एक कच्चा मकान तेज धमाके के साथ ढह गया, जिससे पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। इस हादसे में दो छोटे बच्चों की मौत हो गई, जबकि पति और पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों और पुलिस ने मिलकर मलबे से परिवार को निकाला और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

2. अलीगढ़ में गिरा दो मंजिला मकान
अलीगढ़ में गुरुवार सुबह हुई भारी बारिश के कारण एक दो मंजिला घर गिर गया। यह हादसा टप्पल थाना क्षेत्र के गांव जैतपुर में हुआ। घर के अंदर सो रहे परिवार के 6 सदस्य मलबे के नीचे दब गए। लोगों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे और घायलों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा। इस घटना में 6 लोग घायल हुए हैं।

सोते समय हुआ हादसा
हादसा उस समय हुआ जब अलीगढ़ में बुधवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई थी। पूरे दिन लगातार बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं और कच्चे व जर्जर मकानों के लिए समस्या बढ़ गई। इसी वजह से टप्पल के गांव जैतपुर में यह गंभीर घटना घटी। सुखवीर का परिवार रात को अपने घर में सो रहा था, तभी तड़के करीब 5 बजे घर की छत ढह गई, जिससे 2 महिलाएं, 2 बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य मलबे में दब गए।

3. मथुरा शहर में गिरे घर
मथुरा शहर में गोविंद नगर और कोतवाली क्षेत्र में अलग-अलग हादसे सामने आए हैं। वृंदावन में रंग जी मंदिर के बगीचे की दीवार गिर गई, जिससे एक बुजुर्ग की मौत हो गई। वहीं, गोविंद नगर में रूपम टाकीज की दीवार गिरने से 70 वर्षीय धर्मपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अतिरिक्त, नक्कारची टीला क्षेत्र और सेठ भीख चंद इलाके में भी जर्जर मकान गिर गए हैं। पिछले 24 घंटों से जारी मूसलधार बारिश शहर के लिए मुश्किलें पैदा कर रही है, जिससे जगह-जगह जलभराव हो गया है। इन हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने अगले 72 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।

4. बुलंदशहर में कई लोग मलबे में दबकर घायल, महिला की मौत
बुलंदशहर में लगातार हो रही बारिश के कारण दो मकान ढह गए। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई और कई लोग मलबे में दबकर घायल हो गए। पुलिस ने मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीणों ने मलबे से दो घायलों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। यह हादसा छतारी थाना क्षेत्र के नाई नगला और सालाबाद गांवों में हुआ।

5. हापुड़ में महिला समेत दो बच्चे घायल
हापुड़ में थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव लुहारी में रात से लगातार हो रही झमाझम बारिश के कारण एक व्यक्ति के कच्चे मकान की छत भरभराकर गिर गई। हादसे के दौरान चीख-पुकार मच गई, जिसमें एक महिला समेत दो बच्चे घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

6. झांसी में ढहा मकान
मंगलवार से शुरू हुई बारिश गुरुवार को भी जारी रही। दोपहर के समय मौसम थोड़ी देर के लिए खुला, लेकिन इसके पहले तक झांसी में 48 घंटों में 200 मिमी और ललितपुर में 140.6 मिमी बारिश हो चुकी थी। बारिश के कारण कई मकान गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। मऊरानीपुर नगर के बड़ा बाजार में गुरुवार सुबह एक मकान ढह गया, जिसके मलबे में दबकर एक मजदूर, विक्की श्रीवास्तव, की मौके पर ही मौत हो गई।

7. टापू फंसे एक ही परिवार के करीब 15 लोग
झांसी में लगातार तेज बारिश के चलते चारों ओर पानी ही पानी फैल गया है, जिससे जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। नाले उफान पर आ गए हैं और जगह-जगह टापू बन गए हैं। एक टापू पर एक ही परिवार के करीब 15 लोग, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, फंस गए। सूचना मिलते ही एसडीएम ने गोताखोरों की मदद से तीन लोगों को सुरक्षित टापू से निकाल लिया। पानी के बढ़ते बहाव के कारण जिलाधिकारी ने इटावा से एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर बाकी ग्रामीणों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

8. एटा में दो की मौत
एटा जिले के थाना मारहरा क्षेत्र के गांव मुहारा में जयवीर सिंह का बरामदा ढह गया। इस हादसे में उनकी पत्नी अजबश्री मलबे के नीचे दब गईं और जब तक ग्रामीण मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकालते, उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने सूचना मिलने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, थाना नयागांव क्षेत्र के गांव दादूपुर में शिवेंद्र सिंह का कच्चा मकान गिर गया। इस घटना में शिवेंद्र सिंह की पत्नी नीरज और उनका पुत्र हिमांशू मलबे में दब गए। दोनों को निकाल कर फर्रूखाबाद रेफर किया गया, लेकिन नीरज की मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार में हड़कंप मच गया है।

9. कासगंज में मकान की दीवार गिर गई
पटियाली थाना क्षेत्र के ग्राम नगला चक में लगातार बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिर गई। इस हादसे में पड़ोस में टीन सेड डालकर रह रहे दंपति मलबे के नीचे दब गए। दीवार गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और 55 वर्षीय रूपकिशोर और उनकी 50 वर्षीय पत्नी मीरा को मलबे से बाहर निकाला। परिजन उन्हें तत्काल निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मीरा को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस और नायब तहसीलदार मुकेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई के बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बारिश के चलते रेल यातायात भी प्रभावित
बारिश के चलते रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। ट्रेनों की गति धीमी हो गई है और पहले से लेट चल रही ट्रेनें और अधिक देर से चल रही हैं। बुधवार को झांसी मंडल के कई रेलखंडों पर ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। ललितपुर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में रात से लगातार हो रही बारिश के कारण ट्रैक पर पानी भर गया, जिससे रेलवे को ट्रेनों की गति को कम करने का निर्णय लेना पड़ा।

विभिन्न मार्गों पर जलभराव और कीचड़ की समस्या
गुरुवार को क्षेत्र में हुई बारिश के चलते यातायात में काफी कठिनाइयां आईं। विभिन्न मार्गों पर जलभराव और कीचड़ की समस्या उत्पन्न हो गई, जिससे राहगीरों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। बागपत में सराय रोड और बड़का मार्ग पर बारिश के कारण पानी और कीचड़ फैल गया, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, जिले के अंडरपास में भी जलभराव हो गया, जिससे किसानों, विद्यार्थियों और दैनिक यात्रियों को निकलने में दिक्कत आई। पैदल यात्रियों का मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। हालांकि, बारिश के कारण मौसम में ठंडक आ गई, जिससे दिनभर एयर कंडीशनर, कूलर और पंखे बंद रहे और लोगों को राहत मिली।

यूपी के 58 जिलों में औसतन 11.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड
राजधानी लखनऊ में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश बुधवार को भी तेज हवाओं के साथ जारी रही। इस बारिश ने कई इलाकों में लोगों के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर दीं। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के पोल सड़क पर गिर गए, जिससे बिजली की आपूर्ति और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई। इसके परिणामस्वरूप लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। झांसी में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि ललितपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हमीरपुर, कासगंज, महोबा, एटा, और जालौन में भी भारी बारिश हुई है। बुधवार को यूपी के 58 जिलों में औसतन 11.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसमें सबसे अधिक बारिश बुंदेलखंड क्षेत्र में देखी गई। मौसम विभाग ने 11 से 13 सितंबर तक भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है और लोगों से सावधान रहने की अपील की है।

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