लखनऊ की 54425 महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा। इन्हें तीन साल में लखपति बनाने की तैयारी है।
Lucknow News : देश में तीन करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाए जाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को पूरा करने में उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसी के तहत राजधानी लखनऊ की 54425 महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा। इन्हें तीन साल में लखपति बनाने की तैयारी है। इसके लिए इन महिलाओं को विभिन्न विभागों की योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
महिलाओं को चिह्नित करने का काम शुरू
महिलाओं को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एक एप के जरिए सर्वे का काम चल रहा है। इनमें महिलाओं की योग्यता, कौशल, वार्षिक आय और अन्य जरूरी जानकारी एकत्र की जा रही हैं। प्रदेश सरकार राज्य में 31.42 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने जा रही है। कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग ने 16 अक्टूबर 2024 को आदेश जारी किया था। इसके बाद लखनऊ में मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन ने इस पर तेजी से कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। ताकि महिलाओं की पहचान और उन्हें योजनाओं से जोड़ने का काम सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। साथ ही स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद दी जाएगाी।
नियमित आमदनी का किया जाएगा इंतजाम
सरकार महिलाओं को एक बार 'लखपति दीदी' बनाने के बाद उनकी आय को स्थिर बनाए रखने का इंतजाम भी कर रही है। योजना के तहत महिलाओं को कृषि, रेशम, उद्यान, भूगर्भ जल, पंचायती राज, नाबार्ड और मत्स्य विभाग की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी नियमित आमदनी होती रहे। महिलाओं को विशेष रूप से कृषि सखी योजना से जोड़ा जाएगा। इससे भी इनकी आय होगी। इस योजना के तहत उन्हें मानदेय भी मिलेगा। ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी और किसान पाठशाला कार्यक्रमों में भाग लेने पर प्रति सत्र 500 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
गाय पालन पर 80 हजार सब्सिडी
इसके अतिरिक्त डिजिटल क्रॉप सर्वे में सहयोग करने पर महिलाओं को प्रति खसरा प्रति सीजन 5 रुपये की राशि मिलेगी। मृदा नमूना एकत्रीकरण और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्य में महिलाओं की सहभागिता पर 15 रुपये प्रति नमूना का भुगतान होगा। गाय पालन करने वाली महिलाओं को 80 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जाएगी। इस तरह से महिलाओं की आय स्रोतों को बढ़ाकर उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखा गया है।